एक अधिकारी ने बताया, वे बम बनाना नहीं जानते थे, लेकिन बम बनाना सीखने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को योजना को अंजाम देने से पहले ही पकड़ लिया गया। विजयनगरम के रहमान को एक गुप्त सूचना के बाद हिरासत में लिया गया। तलाशी के दौरान उसके परिसर से अमोनिया, सल्फर और एल्युमीनियम पाउडर समेत विस्फोटक जब्त किए गए।
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पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान रहमान ने हैदराबाद के एक अन्य व्यक्ति समीर के बारे में जानकारी दी और उसे भी हिरासत में ले लिया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी सोशल मीडिया पर सक्रिय थे और उन्होंने भारत तथा विदेश में कई संदिग्ध व्यक्तियों के साथ संपर्क स्थापित किया था।
पुलिस ने पाया कि संदिग्धों ने थोड़ी मात्रा में ही विस्फोटक रसायन इकट्ठा किया था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने निशाना बनाने के लिए तेलंगाना के हैदराबाद समेत किसी विशिष्ट स्थान का चयन नहीं किया था, जैसा कि पहले अनुमान लगाया गया था। अधिकारी ने कहा, वे कट्टरपंथी विचारधारा में विश्वास करते है और उनके पास एक अस्पष्ट योजना थी।
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उन्होंने कहा कि फिलहाल आंध्र प्रदेश पुलिस मामले की जांच कर रही है, हालांकि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) जांच का जिम्मा संभाल सकती है। स्थानीय अदालत द्वारा दी गई पुलिस हिरासत की अवधि पूरी होने और दोनों से पूछताछ के बाद उन्हें वापस विशाखापत्तनम केंद्रीय कारागार भेज दिया गया।
Edited By : Chetan Gour
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