Next Story
Newszop

महिलाओं के इन अंगों का फड़कना देता है खतरे का संकेत! जानिए ज्योतिष का सच

Send Push

क्या आपने कभी अपने शरीर के किसी हिस्से के फड़कने पर गौर किया है? कई बार आंख, हाथ या पैर का फड़कना हमें सोच में डाल देता है। ज्योतिष शास्त्र में शरीर के अंगों के फड़कने को शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता है। खास तौर पर महिलाओं के लिए कुछ अंगों का फड़कना अशुभ माना जाता है। आइए जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र इस बारे में क्या कहता है और किन अंगों के फड़कने से सावधान रहने की जरूरत है।

आंखों का फड़कना: क्या है संदेश?

ज्योतिष के अनुसार, महिलाओं की बायीं आंख का फड़कना शुभ माना जाता है। यह सुख, समृद्धि और अच्छी खबर का संकेत देता है। लेकिन अगर दायीं आंख फड़कती है, तो इसे अशुभ माना जाता है। ऐसा होने पर किसी अनहोनी या परेशानी की आशंका हो सकती है। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि अगर दोनों आंखें एक साथ फड़कें, तो यह किसी बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है।

होंठ और जीभ का फड़कना: सावधान रहें!

महिलाओं के होंठों का फड़कना भी ज्योतिष में खास महत्व रखता है। अगर ऊपरी होंठ फड़कता है, तो यह किसी विवाद या तनाव का संकेत हो सकता है। वहीं, निचला होंठ फड़कने पर आर्थिक नुकसान की आशंका रहती है। जीभ का फड़कना तो और भी अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह स्वास्थ्य समस्याओं या किसी बड़े नुकसान का संकेत देता है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है।

हाथ-पैर का फड़कना: क्या है मतलब?

हाथों और पैरों का फड़कना भी ज्योतिष में अलग-अलग अर्थ रखता है। अगर दायां हाथ फड़कता है, तो यह धन हानि या मेहनत के बेकार जाने का संकेत हो सकता है। वहीं, बायां पैर फड़कने पर यात्रा में रुकावट या किसी अनचाही घटना की आशंका रहती है। ज्योतिषी सलाह देते हैं कि ऐसे संकेत मिलने पर पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है।

कब लें विशेष सावधानी?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी अंग का फड़कना बार-बार हो रहा है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। खासकर अगर माथा, गाल या कंधा फड़क रहा हो, तो यह किसी बड़े खतरे का संकेत हो सकता है। ऐसे में ज्योतिषी से सलाह लेना या हनुमान चालीसा का पाठ करना फायदेमंद हो सकता है। साथ ही, सकारात्मक सोच और धार्मिक कार्यों में ध्यान देना चाहिए।

क्या कहता है आधुनिक विज्ञान?

हालांकि ज्योतिष में इन संकेतों का खास महत्व है, लेकिन आधुनिक विज्ञान इसे मांसपेशियों की थकान, तनाव या पोषक तत्वों की कमी से जोड़ता है। फिर भी, भारतीय संस्कृति में इन संकेतों को आज भी गंभीरता से लिया जाता है। अगर आप भी इन संकेतों पर विश्वास करते हैं, तो सावधानी बरतना बेहतर है।
ज्योतिष शास्त्र हमें जीवन के छोटे-छोटे संकेतों को समझने की सलाह देता है। अगर आप इन संकेतों को समझकर सही कदम उठाते हैं, तो मुश्किलों से बच सकते हैं। तो अगली बार जब आपका कोई अंग फड़के, तो जरा गौर करें और ज्योतिष की सलाह को याद रखें!

Loving Newspoint? Download the app now