कभी-कभी ऐसा लगता है ना कि मीठा खाने का मन ही ना माने? चॉकलेट, मिठाई या कोल्ड ड्रिंक – ये सब अचानक खींचते हैं और डाइट प्लान पानी-पानी हो जाता है। लेकिन अच्छी खबर ये है कि डॉक्टरों के मुताबिक, शुगर क्रेविंग को कंट्रोल करना कोई रॉकेट साइंस नहीं। आप बिना अपनी डाइट तोड़े, बस कुछ छोटे-छोटे बदलावों से मीठे का सेवन कम कर सकते हैं। हम यहां बता रहे हैं चार ऐसी डॉक्टर-अप्रूव्ड तरीके, जो वेबएमडी और क्लीवलैंड क्लिनिक जैसे एक्सपर्ट्स की सलाह पर आधारित हैं। ये तरीके इतने आसान हैं कि आज से ही आजमा सकते हैं!
पानी पिएं, क्रेविंग को भगाएंशुगर क्रेविंग अक्सर प्यास की वजह से होती है। डॉक्टर कहते हैं कि जब भी मीठा खाने का मन करे, सबसे पहले एक गिलास ठंडा पानी पी लें। रिसर्च बताती है कि डिहाइड्रेशन ब्रेन को कन्फ्यूज कर देती है और वो मीठा सिग्नल भेजती है। तो अगली बार जब तलब चढ़े, पानी की बोतल उठाएं। कुछ मिनटों में क्रेविंग कम हो जाएगी। और हां, पानी में नींबू या पुदीना डालकर फ्लेवर ऐड करें, ताकि बोर ना हों। ये तरीका ना सिर्फ शुगर कट करता है, बल्कि बॉडी को हेल्दी भी रखता है।
प्रोटीन से भरपूर खाना चुनेंमीठा खाने की चाहत ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव से आती है। डॉक्टरों की सलाह है कि हर मील में प्रोटीन शामिल करें – जैसे अंडा, दही, नट्स या चिकन। ये ब्लड शुगर को स्टेबल रखते हैं और क्रेविंग को रोकते हैं। उदाहरण के लिए, ब्रेकफास्ट में दही के साथ बादाम खाएं या लंच में दाल ऐड करें। क्लीवलैंड क्लिनिक के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि प्रोटीन ब्रेन को संतुष्ट फील कराता है, जिससे मीठे की याद कम आती है। बिना डाइट चेंज किए, बस ये छोटा ट्विस्ट आजमाएं और फर्क महसूस करें!
अच्छी नींद लें, तलब को सो लेंरात को कम सोना शुगर क्रेविंग को दोगुना कर देता है। स्टडीज दिखाती हैं कि नींद की कमी हॉर्मोनल बैलेंस बिगाड़ देती है, जो मीठा खाने को ट्रिगर करती है। डॉक्टर रेकमेंड करते हैं कि रोज 7-8 घंटे सोएं। अगर रात में नींद ना आए, तो स्क्रीन टाइम कम करें और चाय-कॉफी शाम के बाद अवॉइड करें। अच्छी नींद ना सिर्फ क्रेविंग कंट्रोल करती है, बल्कि वजन भी मैनेज रखती है। कल से ही बेडटाइम रूटीन सेट करें – किताब पढ़ें या लाइट म्यूजिक सुनें।
वॉक पर निकलें, स्ट्रेस को भुलाएंस्ट्रेस में मीठा खाना कॉमन है, लेकिन डॉक्टर कहते हैं कि हल्की एक्सरसाइज जैसे 10-15 मिनट की वॉक क्रेविंग को डिस्ट्रैक्ट कर देती है। वॉक करने से एंडॉर्फिन्स रिलीज होते हैं, जो हैप्पी फील देते हैं और मीठे की जरूरत कम कर देते हैं। मेयो क्लिनिक की गाइडलाइंस में ये तरीका टॉप पर है। ऑफिस से घर लौटते वक्त पार्क में घूमें या मॉर्निंग वॉक करें। ये ना सिर्फ शुगर कट करता है, बल्कि एनर्जी भी बूस्ट करता है।
इन चार तरीकों को अपनाकर आप शुगर क्रेविंग पर काबू पा सकते हैं, बिना डाइट को सख्ती से फॉलो किए। याद रखें, छोटे बदलाव बड़े रिजल्ट देते हैं। अगर क्रेविंग बनी रहे, तो डॉक्टर से बात करें। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और मीठे को कंट्रोल में रखें – आपका बॉडी थैंक्स कहेगा!
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