सोशल मीडिया का इस्तेमाल तो हम सब करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये स्क्रॉलिंग की आदत आपकी नींद और दिमागी स्वास्थ्य को कैसे खराब कर रही है? आजकल हर कोई इंस्टाग्राम, फेसबुक या टिकटॉक पर घंटों बिताता है, जिससे फ्री टाइम कम हो जाता है और तनाव बढ़ता चला जाता है। लेकिन अच्छी खबर ये है कि इस ट्रेंड से बाहर निकलना आसान है। आइए जानते हैं कैसे आप अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं।
सोशल मीडिया ट्रेंड का जाल: क्यों पड़ जाते हैं हम इसमें?सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग चीजें देखकर हम खुद को रोक नहीं पाते। एक वीडियो देखा, फिर कमेंट्स पढ़े, लाइक्स चेक किए और बस घंटे निकल गए। ये आदत न सिर्फ आपका फ्री टाइम चुरा लेती है, बल्कि रात को सोने का समय भी बर्बाद कर देती है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नीली लाइट स्क्रीन से मेलाटोनिन हार्मोन प्रभावित होता है, जिससे नींद की क्वालिटी खराब हो जाती है। नतीजा? सुबह थकान, चिड़चिड़ापन और मेंटल हेल्थ पर बुरा असर। लेकिन चिंता मत कीजिए, छोटे-छोटे बदलाव से आप इस जाल से बाहर आ सकते हैं।
फ्री टाइम को वापस पाएं: आसान टिप्स अपनाएंसबसे पहले, अपना फोन चेक करने का समय तय करें। दिन में सिर्फ 30 मिनट सोशल मीडिया के लिए रखें और बाकी फ्री टाइम को हॉबीज के लिए इस्तेमाल करें। किताब पढ़ें, वॉक पर जाएं या दोस्तों से मिलें – ये सब आपकी मेंटल हेल्थ को तरोताजा कर देंगे। रिसर्च बताती है कि स्क्रीन टाइम कम करने से स्ट्रेस लेवल 20% तक गिर जाता है। सोने से एक घंटा पहले फोन को दूर रखें, इससे आपकी स्लीप साइकिल सुधर जाएगी और सुबह फ्रेश महसूस करेंगे। याद रखें, फ्री टाइम को बर्बाद न होने दें, बल्कि इसे अपनी सेहत के लिए इस्तेमाल करें।
नींद सुधारने के सुपर तरीके: आज से शुरू करेंअच्छी नींद के लिए रूटीन बनाना जरूरी है। हर रात एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें। सोशल मीडिया की बजाय, रिलैक्सिंग एक्टिविटी जैसे मेडिटेशन या हल्का म्यूजिक सुनें। अगर आप रात को स्क्रॉलिंग करते पकड़े जाते हैं, तो ऐप्स का इस्तेमाल करें जो स्क्रीन टाइम लिमिट सेट करते हैं। स्टडीज दिखाती हैं कि रोजाना 7-8 घंटे की नींद से दिमाग तेज होता है और डिप्रेशन का खतरा कम हो जाता है। छोटे स्टेप्स से बड़ा बदलाव आएगा, बस धैर्य रखें।
मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाएं: खुशहाल जिंदगी के राजसोशल मीडिया पर परफेक्ट लाइफ देखकर हम खुद को कमतर फील करते हैं, जो मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है। इससे बचने के लिए, पॉजिटिव कंटेंट फॉलो करें और नेगेटिव को अनफॉलो कर दें। फ्री टाइम में योगा या जर्नलिंग ट्राई करें – ये स्ट्रेस को कंट्रोल करने में कमाल करते हैं। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि रियल लाइफ कनेक्शन्स को प्राथमिकता दें, जैसे फैमिली के साथ टाइम स्पेंड करना। इससे न सिर्फ आपका दिमाग शांत रहेगा, बल्कि ओवरऑल हेल्थ भी इम्प्रूव होगी। आज से ही शुरू करें, और देखें कैसे आपकी जिंदगी चेंज हो जाती है!
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