शिमला, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में बादलों ने भारी तबाही मचाई है। बीती रात कुल्लू, किन्नौर, लाहौल स्पीति और शिमला जिले में बादल फटने से कई पुल और वाहन बह गए। मकान और दुकानें धराशायी हो गए। इस दौरान सार्वजनिक व निजी संपत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचा। गनीमत रही कि अभी तक जनहानि की सूचना नहीं है। प्रशासन ने खतरे वाले इलाकों से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।
मौसम विज्ञान विभाग ने आज चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। कुल्लू जिला के बंजार उपमण्डल, मंडी जिला के गोहर उपमण्डल, शिमला जिला के जुब्बल उपमण्डल और ऊना जिले में सभी शिक्षण संस्थानों में आज अवकाश घोषित किया गया है।
कुल्लू जिला के बंजार घाटी के बठाहड़ में कल शाम बादल फटने से आई बाढ़ में कई घरों को नुकसान हुआ। बंजार के टिल्ला और दोगड़ा पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि पांच गाड़ियां बह गईं। चार कॉटेज भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिला के निरमण्ड उपमण्डल में कुरपन खड्ड उफान पर है, जिसके चलते बागी पुल बाजार खाली करवा लिया गया है। तीर्थन घाटी और बागीपुल के पास भी खतरे वाले सभी क्षेत्रों को खाली करवा कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
जनजातीय जिला किन्नौर के सीमावर्ती क्षेत्र ऋषि डोगरी घाटी के ऊपरी हिस्से में बादल फटने से आई बाढ़ सतलुज नदी पर बने पुल को बहा ले गई। इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया। होजो लुंगपा नाले में बाढ़ आने से सीपीडब्ल्यूडी के तहत गंगथांग-ब्रालाम की ओर चल रहा सड़क निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। पूह गांव की उठाऊं पेयजल योजना को नुकसान पहुंचा है और एक निजी कंपनी का परिसर जलमग्न हो गया। सतलुज नदी में जलस्तर और मलबा बढ़ने से करछम वांगतु नाथपा बांध के द्वार खोल दिए गए हैं। भारी बारिश के चलते पागल नाला, नाथपा और निगुलसरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया है।
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की मयाड़ घाटी में बादल फटने करपट गांव खतरे की जद में आ गया। प्रशासन ने गांव के करीब दो दर्जन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। शिमला जिले के कुल्लू से सटे सीमावर्ती रामपुर उपमंडल के पंद्रह बीस क्षेत्र की नंटी खड्ड में पहाड़ों पर बादल फटने से आई बाढ़ में चार पुल, दो मकान, पांच दुकानें, दो शेड, सेब के बगीचे और कृषि भूमि बह गई। सात मकानों, पांच दुकानों, सात शेड और एक छोटे बिजली प्रोजेक्ट को भी नुकसान हुआ है। खड्ड में एक एंबुलेंस और एचआरटीसी की बस फंस गई है, जबकि तीन पंचायतों का संपर्क पूरी तरह कट गया है।
इस बीच भारी वर्षा के मददेनजर प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के नजदीक न जाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें। विभाग ने आगमी 19 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी दी है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
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