जयपुर, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . उपभोक्ता स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी रेकिट ने ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड (ममता एचआईएमसी) और पीवीआर नेस्ट के सहयोग से अपने प्रमुख कार्यक्रम “डिटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया” (डीबीएसआई) के तहत आईनॉक्स क्रिस्टल पाम जयपुर में ग्लोबल हैण्डवॉशिंग डे 2025 के अवसर पर एक कला और संगीत आधारित सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर जाने-माने Rajasthanी लोक संगीतज्ञ उस्ताद रईस खान ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिन्होंने 2022 में डीबीएसआई के साथ साझेदारी में भारत की अपनी पहली स्वच्छता-आधारित संगीत एल्बम ‘स्वच्छ भारत के लिए लोक संगीत’ बनाई थी.
इस अवसर पर Rajasthan से 300 से अधिक स्कूली छात्र और मुख्य हितधारक एक मंच पर इकट्ठा हुए, जहां लोक संगीत, कठपुतली नृत्य और स्वछता के बारे में जागरुकता का संयोजन एक प्रभावशाली सांस्कृतिक महोत्सव के रूप में देखने को मिला. उस्ताद रईस खान ने अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और दर्शाया कि सांस्कृतिक अभिव्यक्ति जनस्वास्थ्य में परिवर्तन लाने का एक सशक्त माध्यम बन सकता है. नागौरी घराने द्वारा प्रस्तुत किया गया कठपुतली नृत्य, शो का आकर्षक केन्द्र बन गया, जहां पारम्परिक कहानी कहने की कला के ज़रिए बच्चों को हाइजीन एवं हाथ धोने का संदेश दिया गया.
कार्यक्रम के दौरान उस्ताद रईस खान ने कहा संगीत एक व्यक्ति के दिल के साथ जुड़ने का सीधा रास्ता है. गीतों के ज़रिए समाज के प्रति ज़िम्मेदारी खासतौर पर स्वछता के बारे में जागरुकता का संदेश देकर, सुनिश्चित किया जा सकता है कि बच्चे स्वछता जैसे हाथ धोने की आदतों को अपनाएं. जब शिक्षा में कला और आनंद को शामिल किया जाता है, जो यह जीवन के लिए सबक बन जाता है. यही खुशहाल एवं स्वस्थ भारत के निर्माण का सबसे मजबूत मार्ग है.
स्वच्छता को देश के लिए प्राथमिकता बताते हुए रवि भटनागर, कॉर्पाेरेट कम्युनिकेशन्स एंड कार्पाेरेट अफे़यर्स डायरेक्टर, साउथ एशिया, एमईएनएआरपी और अफ्रीका, रैकिट ने कहा, हमारा मिशन प्रधानमंत्री जी के आह्वान ‘विकसित भारत 2047’ से प्रेरित है. जिसके तहत भारत को आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वस्थ, विकसित एवं प्रत्यास्थ बनाने का लक्ष्य तय किया गया है. हमारा मानना है कि हमारे देश की प्रगति हर बार एक स्वच्छ हाथ से शुरू होती है, हाथ धोने और व्यक्तिगत स्वछता को सुनिश्चित कर देश की महत्वाकांक्षाओं को समर्थन देने के लिए बदलावकारी प्रभाव उत्पन्न किया जा सकता है.
इस साझेदारी पर बात करते हुए संजीव धाम, डिप्टी सीईओ, ममता हेल्थ इंस्टीट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड ने कहा कि ग्लोबल हैण्डवॉशिंग डे के उपलक्ष्य में रैकिट के डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया और पीवीआर नेस्ट के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है. यह साझेदारी समुदाय के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में बदलाव लाने के ममता एचआईएमसी के मिशन के अनुरूप है. बच्चों को आई एम द चेंज अभियान का नेतृत्व करते, सीखने और सक्रियता से अभियान में शामिल होते देखना, स्वच्छ एवं स्वस्थ भारत की दिशा में उम्मीद की किरण देता है.
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(Udaipur Kiran)
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