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बैंककर्मियों की मिलीभगत से 500 करोड़ का साइबर घोटाला उजागर, ऑपरेशन साइबर संग्राम में 6 और गिरफ्तार

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जयपुर, 27 सितंबर (Udaipur Kiran News). अलवर जिले में चल रहे ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें बैंककर्मियों की सीधी संलिप्तता सामने आई है. यह संगठित गिरोह सैकड़ों करंट/कॉर्पोरेट खातों (म्यूल अकाउंट्स) को ऊंचे कमीशन पर साइबर अपराधियों को बेचता था, जिनका इस्तेमाल 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी के लिए किया गया.

एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि थाना वैशाली नगर की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 4 बैंककर्मियों और 1 मास्टरमाइंड सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस केस में अब तक कुल 16 आरोपी पकड़े जा चुके हैं.

500 करोड़ का संदिग्ध लेन-देन

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन म्यूल अकाउंट्स में 500 करोड़ रुपये से अधिक की संदिग्ध रकम का लेन-देन हुआ है. केवल एनसीआरपी पोर्टल पर ही इन खातों से जुड़े 4,000 से अधिक शिकायतें दर्ज हैं.

गिरफ्तार आरोपियों में बैंककर्मी भी शामिल

गिरफ्तार आरोपियों में मास्टरमाइंड वरूण पटवा (40) निवासी हिरणमगरी, उदयपुर (हाल गुरुग्राम, Haryana) और सतीश कुमार जाट (35) निवासी उकलाना, हिसार (Haryana) हैं.
इसके अलावा, एक्सिस बैंक हिसार में कार्यरत चार बैंककर्मी —

  • साहिल अग्रवाल (33)गुलशन Punjabी (33) (सेल्स मैनेजर, निवासी नरवाल, जींद)

  • आसु शर्मा (23) (मर्चेंट इंक्वायरी बिजनेस, निवासी खेड़ाचोपड़ा, हिसार)

  • आंचल जाट (24) (सेल्स ऑफिसर, निवासी उकलाना, हिसार) — को भी गिरफ्तार किया गया है.

कैसे चलता था यह रैकेट

बैंककर्मी फर्जी फर्मों के नाम और टर्नओवर दिखाकर करंट अकाउंट खोलते थे. फिर ये अकाउंट्स व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए साइबर ठगों को बेच दिए जाते थे.
इसके बाद आरोपी बैंक से लिंक मोबाइल नंबर को ठगों के फोन में डालकर, APK फाइल इंस्टॉल करवाते थे और ठगों को ओटीपी और इंटरनेट बैंकिंग का पूरा एक्सेस दे देते थे.
इन खातों का उपयोग ऑनलाइन बेटिंग, गेमिंग फ्रॉड और क्रिप्टो ट्रांजेक्शन (Binance आदि) में किया जाता था.

बड़ी बरामदगी

पुलिस ने कार्रवाई के दौरान:

  • 2.51 लाख नकद,

  • 5 लाख की अपराध राशि 10 खातों में फ्रीज,

  • 26 एटीएम कार्ड, 33 मोबाइल फोन, 34 सिम कार्ड,

  • 12 चेकबुक, 6 पासबुक, 12 हस्ताक्षरयुक्त चेक,

  • आधार-पैन कार्ड, पहचान पत्र, 3 आरसी, रसीद बुक, मोहर, और 2 कारें जब्त की हैं.

एसआईटी की जांच जारी

अतिरिक्त Superintendent of Police मुख्यालय कांबले शरण गोपीनाथ के नेतृत्व में गठित एसआईटी टीम मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि पूरे नेटवर्क के सरगनाओं और अन्य बचे सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सके. टीम इससे पहले भी 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

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