नई दिल्ली, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । व्यापार समझौते में विदेशी दबाव के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत निर्णयों के लिए देश के किसानों ने आभार जताया बौ। मंगलवार को पूसा कैंपस स्थित सुब्रहमण्यम हॉल में आयोजित कार्यक्रम में
देशभर के किसानों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत निर्णय का आभार व्यक्त करते हुए समर्थन किया।
बड़ी संख्या में किसान संगठनों के प्रमुखों और देश के कोने से कोने से आए किसान प्रतिनिधियों ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार के मजबूत कदम का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी, कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट सहित विभिन्न राज्यों के किसान संगठनों के नेता उपस्थित रहे।
भारतीय किसान चौधरी चरण सिंह संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंन्द्र चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हित में अटल संकल्प वाला बयान दिया है। भारत किसी कीमत पर अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों के साथ समझौता नहीं करेगा। ये घोषणा न केवल करोड़ों अन्नदाताओं को राहत देने वाली है बल्कि कृषि एवं ग्रामीण भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूती प्रदान करती है। हम इस दूरदर्शी एवं किसान हितैषी विचार का हृदय से स्वागत और पूर्ण समर्थन करते हैं। कृषि पशुपालन एवं मत्स्य हितों में ये प्रतिबद्धता आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।
छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ के किसान विरेन्द्र लोहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अमेरिकी कंपनियों को कृषि और डेयरी सेक्टर में प्रवेश नहीं देने का जो साहसिक निर्णय लिया है, वह हर खेत, हर गांव और हर गौशाला में गूंज रहा है। आपने अमेरिकी कंपनियों को प्रवेश न देकर ये सिद्ध कर दिया है कि भारत का किसान केवल अन्नदाता नहीं बल्कि इस राष्ट्र की आत्मा है और इस आत्मा पर कभी कोई विदेशी कब्जा नहीं कर सकता। जब तक दिल्ली में वर्तमान नेतृत्व है, तब तक कोई भी ताकत भारत के किसानों को गुलाम नहीं बना सकती। उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नकली खाद, बीज, कीटनाशक के खिलाफ की गई कार्रवाई के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
धर्मेंद्र मलिक ने भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुक्त व्यापार को लेकर हमारी नीतियों में कोई बदलाव ना लाए, किसान सदैव सरकार के साथ हैं।
किरपा सिंह नत्थूवाला ने कहा कि “हम बहुत चिंतित थे कि, अमेरिका समझौते को लेकर दबाव डाल रहा है, अगर समझौता हो जाता तो हम किसान बर्बाद हो जाते। लेकिन प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री जी ने किसानों के हित में कठोर फैसला लिया है, इस निर्णय से पंजाब और देश के किसानों की छाती चौड़ी हो गई है। अमेरिका चाहे जो बोलता रहे लेकिन हमारा कोई नुकसान नहीं होने वाला। देश का किसान आपके साथ खड़ा है।
पंजाब से आए किसान कुलदीप सिंह बाजिदपुर ने प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसान कल्याण के लिए सरकार अनेक कदम उठा रही हैं जिससे किसान भाई- बहनों की जिंदगी में बदलाव आया है। आगे हम आशा करते है कि सरकार और मजबूत कदम उठाएंगी ताकि हमें अमेरिका जैसे देशों की तरफ देखने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। प्रधानमंत्री के निर्णय पर गर्व है।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक लघु भारत का दृश्य यहां उपस्थित हो रहा है। हमारे किसान भाई केवल भारत को नहीं बल्कि पूरी दुनिया को खिलाने का समार्थ्य रखते हैं। अन्न हमारा जीवन है। अन्न ही ब्रह्म है। किसान अन्न देता है तो वो अन्नदाता भी है और वो जीवनदाता भी है। एक कृषि मंत्री के रूप में मुझे हमेशा ये लगता है कि किसानों की सेवा ही भगवान की पूजा है और इससे बड़ी पूजा कोई हो नहीं सकती।
शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर से दोहराया कि नकली खाद और उर्वरक बनाने वालों के खिलाफ सरकार जल्द ही नया कानून लाकर सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि किसान कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। कल ही राजस्थान के झुंझूनु से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा राशि का डिजिटल भुगतान भी किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के राष्ट्र सर्वोपरि के संकल्प को बल देते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौता रद्द करना कर एक ऐतिहासिक निर्णय था, जिसके लिए हम प्रधानमंत्री के प्रति आभारी है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सदैव राष्ट्र हित में मजबूत फैसले लिए हैं, जिनके प्रति देश आभारी है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी
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