-Uttarakhand के विकास का प्रमुख भूमिका निभा रहा एमएसएमई क्षेत्र
देहरादून, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि Uttarakhand में अब तक 78,826 एमएसएमई इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं, जिनमें से 57 प्रतिशत पर्वतीय क्षेत्रों में हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार की नीतियां पर्वतीय क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है.
Chief Minister ने गुरुवार शाम नई दिल्ली में आयोजित एक कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए यह बातें कही. इस अवसर पर उन्होंने राज्य में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की प्रगति, निवेश की संभावनाओं और औद्योगिक विकास की दिशा में राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों पर अपने विचार साझा किए.
Chief Minister ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र राज्य के लिए विकास का प्रमुख इंजन है, जो कम पूंजी निवेश में अधिकतम रोजगार सृजन की क्षमता रखता है. यह क्षेत्र न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रहा है, बल्कि स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
Chief Minister ने बताया कि वर्ष 2021 से अब तक 28,370 नई एमएसएमई इकाइयां स्थापित हुई हैं, जिनमें लगभग 4,000 करोड़ का पूंजी निवेश हुआ है और 1.32 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि राज्य की औद्योगिक नीति, निवेशक हितैषी वातावरण और पारदर्शी शासन व्यवस्था ने उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने में निर्णायक भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2023 में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से निवेश आकर्षित करने के लिए ठोस कदम उठाए. इस समिट के दौरान ₹3.56 लाख करोड़ के निवेश समझौते किए गए, जिनमें से लगभग 1 लाख करोड़ की परियोजनाएं अब धरातल पर उतर चुकी हैं. इन निवेशों के माध्यम से राज्य में औद्योगिक बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिससे रोजगार सृजन के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
Chief Minister ने कहा कि Uttarakhand सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए औद्योगिक नीति, एमएसएमई नीति, स्टार्टअप नीति और लॉजिस्टिक नीति सहित कई नीतिगत सुधार किए हैं. राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से निवेशकों को सभी स्वीकृतियाँ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे समय की बचत और पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है.
Chief Minister ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में एमएसएमई क्षेत्र राज्य की सकल घरेलू उत्पाद को दोगुना करने में एक निर्णायक भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड के निर्माण की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार कर रहा है.
Chief Minister ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश आज ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है. इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखण्ड सरकार स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाने के लिए ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के माध्यम से राज्य के पारंपरिक उत्पादों को एक प्लेटफॉर्म पर ला रही है.
कार्यक्रम के दौरान Chief Minister ने एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमियों, निवेशकों और नीति निर्माताओं से संवाद किया और उन्हें राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे सुधारों और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी.
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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