जयपुर, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) . भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पूूूर्व सीएम अशोक गहलोत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गहलोत राजनीतिक असुरक्षा महसूस कर रहे है और विपक्ष की भूमिका सही तौर पर नहीं निभा पा रहे. सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह के अनर्गल बयानबाजी कर रहे है. विपक्ष में रहने के बावजूद गहलोत एक आंदोलन तक नहीं कर पाएं, अगर उनको विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए कॉचिंग की जरूरत है तो मैं देने को तैयार हूं. पूनिया ने कहा कि गहलोत अब बेसिर पैर की बातें कर रहे है. इतने बड़े राजनीतिक कद वाले व्यक्ति अगर बेसिर पैर की बातें करते है तो समझ से परे है. आखिर गहलोत क्या करना चाहते है यह समझ से परे है, वे विपक्ष का धर्म तक भूल गए है. उनकी बातों से ऐसा प्रतित होता है कि गहलोत एक सामान्य परिवार से आने वाले व्यक्ति को Chief Minister बनने की बात सहन नहीं कर पा रहे. गहलोत Chief Minister की कुर्सी पर अपना फंडामेंटल राइट्स समझते है.
भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि गहलोत ने आज अपने कालखंड को याद दिला दिया, गहलोत के कार्यकाल में Rajasthan महिला अपराध, दुष्कर्म, बच्चों की तस्करी, पेपरलीक में देश में नंबर वन था. गहलोत के कार्यकाल में Rajasthan में रोज 17 दुष्कर्म की वारदात हो रही थी, 8 हत्याएं रोज हो रही थी, 2018 से लेकर 2023 तक कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई थी. इन्होंने Rajasthan जैसे शांति प्रिय प्रदेश में 10 प्रतिशत अधिक सांप्रदायिक दंगे करवा दिए. कोरोनाकाल में जहां रोज 162 मौतें हो रही थी, इनकी सरकार बाड़े में बंद थी, अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेता के खिलाफ राजद्रोह जैसा मुकदमा दर्ज करवाने वाले गहलोत की प्रेसवार्ता सिर्फ दिखावटी थी, हकीकत तो वे अपने ही नेताओं को उजागर कर रहे थे. गहलोत घूम फिरकर 2020 में चले जाते है. Rajasthan में अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, पेपरलीक जैसे मामलों के चलते गहलोत जी को सत्ता से बाहर जाना पड़ा था. पूनियां ने कहा कि उनकी बातें सुनकर ऐसा लगता है कि काम कुछ करना नहीं और अखबारों की सुर्खियों में अपनी पार्टी को जिंदा रखने के लिए बयानबाजी करते है. कांग्रेस पार्टी की फितरत है कि सत्ता से बाहर होने पर उनको कुछ समझ नहीं आता.
उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल हत्याकांड पर सवाल उठाने वाले गहलोत भूल गए कि यह अपराध गहलोत के कार्यकाल में ही हुआ और कन्हैयालाल जी द्वारा बार बार पुलिस को शिकायत करने के बावजूद पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने के चलते अपराधियों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इसमें पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से नाकामयाब साबित हुआ, अपराधियों को जनता ने पकडवाया और अब केस एनआईए के पास चल रहा है. एनआईए का अपना कोर्ट है, कोर्ट की प्रक्रिया में हस्तक्षेप कोई नहीं कर सकता. पूनियां ने बताया कि गहलोत और कांग्रेसी नेता पहले जहां संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप—प्रत्यारोप लगाते रहे है, वही अब न्याय पालिका पर भी सवाल खड़ा कर रहे है.
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(Udaipur Kiran)
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