सिद्धार्थनगर, 14 अगस्त (हि. स)। भारत देश का विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ । इसके लिए कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व की सरकार जिम्मेदार थी। जिसने मुस्लिम लीग के द्वि राष्ट्र के समझौते को माना। जाे पूरे दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक थी। इसमें असंख्य हिंदू , सिख और ऐसे बहुत से लोगों का कत्लेआम हुआ। करीब डेढ़ करोड़ लोग बेघर हो गए तथा 20 लाख लोगों का कत्लेआम हुआ। एक लाख माता बहनों के साथ बलात्कार हुआ। ऐसे करोड़ों लोगों को घर द्वार सब छोड़कर जाना पड़ा।
उक्त बातें असम प्रदेश के प्रभारी हरीश द्विवेदी ने भाजपा कार्यालय पर आयोजित विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर कही। बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि देश के विभाजन की त्रासदी को याद करके लोग भयभीत हो जाते हैं । ऐसी नीतिगत गलतियों के लिए कांग्रेस को आने वाला इतिहास तथा आने वाली पीढ़ियां कभी माफ नहीं करेगी। आने वाली पीढ़ियों को यह पता रहना चाहिए कि अपना इतिहास और उनको यह जो हमारे ही भाई थे, जो हमारे ही अंग थे, वह लोग जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। जिन्होंने इतना कष्ट झेला तथा इतना अपमानित हुए। उनको आज यहां श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी, पूर्व विधायक राघवेंद्र सिंह, विधायक श्यामधनी राही, जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बलराम त्रिपाठी
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