। प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस योजना के तहत भागलपुर में पर्यावरण और यातायात सुधार के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। तिलकामांझी बस स्टैंड पर 2200 किलोवाट का विद्युत उपकेंद्र स्थापित किया जाएगा, जो शहर में इलेक्ट्रिक बस संचालन के लिए आधारभूत संरचना प्रदान करेगा।
प्रोजेक्ट की लागत और विवरणइस परियोजना की अनुमानित लागत 12 करोड़ रुपये रखी गई है। इसके तहत मेडिकल कॉलेज से तिलकामांझी बस स्टैंड तक अंडरग्राउंड विद्युत लाइन बिछाई जाएगी। यह उपकेंद्र एक साथ 10 इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने में सक्षम होगा।
परिवहन निगम को मिलेंगी 50 इलेक्ट्रिक बसेंभागलपुर परिवहन निगम को इस योजना के तहत 50 इलेक्ट्रिक बसें प्राप्त होंगी। इन बसों की खरीद और संचालन पर कुल 136 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें 62 करोड़ रुपये सिविल कार्यों और 74 करोड़ रुपये बसों की खरीद पर खर्च होंगे।
पर्यावरण और यातायात में सुधारइस परियोजना के लागू होने से न केवल परिवहन क्षेत्र में सुधार होगा बल्कि शहर का वातावरण भी स्वच्छ रहेगा। इलेक्ट्रिक बसें पारंपरिक डीजल बसों की तुलना में प्रदूषण कम करेंगी और ऊर्जा की बचत भी होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन यातायात की सुगमता और प्रदूषण नियंत्रण में सहायक होगा।
परियोजना का लाभविद्युत उपकेंद्र के साथ अंडरग्राउंड लाइन बिछाने से बिजली की आपूर्ति में स्थिरता आएगी और चार्जिंग प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और तेज़ होगी। यात्रियों को अधिक आरामदायक और पर्यावरण-मित्र परिवहन सेवा उपलब्ध होगी।
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