इंटरनेट डेस्क। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को भारी बारिश के बाद बादल फटने से भयानक तबाही मची। यह भयानक तबाही लोगों ने अपनी आंखो से देखी और लोगों को बचने के लिए चिल्लाते रहे। उत्तरकाशी में इस तबाही में धराली गांव तहस-नहस हो गया हैं, पूरा गांव मलबे की चपेट में आ चुका हैं लोग निकलने की कोशिश कर रहे है, लेकिन मलबे में दबे होने के कारण बाहर नहीं आ पा रहे है। पानी के सैलाब के बीच लोगों की चीख-पुकार ने दिल झकझोर दिया।

चार लोगों की मौत, 100 लापता
मीडिया रिपोटर्स की माने तो इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की खबर है जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं, इस बीच सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस तबाही की चपेट में एक आर्मी कैंप भी आया है, यहां पर आर्मी मेस और कैफे हैं, कई जवानों के हादसे लापता होने की आशंका है, हर्षिल में सेना की 14 राजपूताना राइफल्स की यूनिट तैनात है।. हर्षिल में नदी के किनारे बना हैलीपैड भी बह गया है।
एनडीआरएफ टीमें जुटी
एनडीआरएफ की चार टीमें मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू में जुटी हैं। इसके अलावा आईटीबीपी की तीन टीमों को भी राहत कार्यों में लगाया गया है। राज्य और केंद्र सरकारें स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से नदी से दूर रहने की अपील की हैं, राज्य सरकार लगातार हालत पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर मलबा और बोल्डर गिरे हैं, इससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है।
pc- tribuneindia.com, jansatta,
You may also like
Guruvar Upay: गुरुवार को नहाने के पानी में मिलाएं ये दो चीजें, विवाह संबंधी समस्याएं तुरंत होंगी दूर
भारत में डेटा ब्रीच की लागत 22 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची : रिपोर्ट
म्यूजिक वीडियो 'एक आसमान था' रिलीज, अकांक्षा पुरी बोलीं- 'शानदार रहा अनुभव'
'भारत चौतरफा घिरा, विदेश नीति विफल', अमेरिकी टैरिफ के बाद अखिलेश यादव का हमला
बांग्लादेश: अवामी लीग ने 'जुलाई घोषणापत्र' खारिज किया, राजनीति और दुर्भावना से प्रेरित बताया