Next Story
Newszop

मोटापे को नियंत्रित करने के लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स का महत्व

Send Push
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) क्या है?

लाइव हिंदी खबर (हेल्थ कार्नर) :- आजकल मोटापे की समस्या हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। न्यूट्रिशनिस्ट इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) को कम करने पर जोर दे रहे हैं। यह जानना आवश्यक है कि जीआई वास्तव में क्या है। हमारे आहार में कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो शरीर के लिए ऊर्जा का प्रमुख स्रोत हैं। ये दिमाग, मांसपेशियों और अन्य महत्वपूर्ण अंगों के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। जब भोजन पाचन तंत्र में जाता है, तो कार्बोहाइड्रेट्स शुगर में टूट जाते हैं, जिससे रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ता है। जीआई इस प्रक्रिया की गति को मापता है।


जीआई वाले खाद्य पदार्थ


यदि कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन तेजी से ग्लूकोज में परिवर्तित होता है और रक्त में जल्दी मिल जाता है, तो उसे उच्च जीआई वाला भोजन माना जाता है। इसके विपरीत, यदि भोजन धीरे-धीरे ग्लूकोज में बदलता है और रक्त में धीरे-धीरे मिलता है, तो वह कम जीआई वाला भोजन है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की डाइटीशियन डॉ. स्वप्ना चतुर्वेदी के अनुसार, जीवनशैली से संबंधित बीमारियों जैसे मोटापा, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप को रोकने और नियंत्रित करने के लिए कम जीआई वाले खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। उच्च जीआई वाले खाद्य पदार्थों के बजाय, जैसे सफेद चावल के स्थान पर ब्राउन राइस का सेवन करें। बादाम, चना दाल, दही, दूध, पनीर, संतरा, पपीता, आम, तरबूज, और केला जैसे खाद्य पदार्थ कम जीआई वाले होते हैं।


खाने की आदतें

image


कम जीआई वाला भोजन वजन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि किसी खाद्य पदार्थ का जीआई 55 या उससे कम है, तो वह धीरे-धीरे पचता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। वहीं, यदि जीआई 70 या उससे अधिक है, तो जल्दी भूख लगती है, जिससे अधिक खाने की संभावना बढ़ जाती है। भरवां परांठे के बजाय भरवां रोटी का सेवन करें। समोसे या पकौड़े के स्थान पर इडली, उपमा या पोहा लें। मिठाई के स्थान पर गुड़ या सूखे मेवे का सेवन करें। कोल्ड ड्रिंक की जगह नारियल या नींबू पानी पिएं। दूध वाली चाय के बजाय हर्बल टी या नींबू टी का सेवन करें। जूस के बजाय संतरा या मौसमी खाएं।


Loving Newspoint? Download the app now