स्वास्थ्य अपडेट: दिल का दौरा एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है। यह तब होता है जब रक्त का थक्का हृदय में रक्त के प्रवाह को रोकता है। रक्त की कमी से ऊतकों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, जिससे वे मर जाते हैं।
दिल के दौरे के लक्षण और उपचार: जब हृदय की नसों में रुकावट होती है, तब दिल का दौरा पड़ता है। यह रुकावट अक्सर वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य तत्वों के कारण होती है। उम्र और आनुवांशिकी के कारण दिल के दौरे को रोकना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक खतरा होता है। कुछ उपायों को अपनाकर हम इस खतरे को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही, दिल के दौरे के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है ताकि इस गंभीर स्थिति से बचा जा सके।
दिल के दौरे के लक्षण:
अधिकतर मामलों में, दिल के दौरे के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। प्रारंभिक लक्षणों में बेचैनी और हल्का दर्द शामिल होता है।
छाती के मध्य या आसपास असहजता महसूस होती है, जिसमें भारीपन, सिकुड़न और दर्द शामिल हो सकते हैं।
शरीर के ऊपरी हिस्से, जैसे हाथ, पीठ, गले और पेट में दर्द भी दिल के दौरे का संकेत हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई, अचानक पसीना आना, मितली, उल्टी और सिरदर्द भी दिल के दौरे के लक्षण हैं।
दिल के दौरे के खतरे को कम करने के उपाय:
अपने आहार पर ध्यान दें और संतुलित पोषक तत्वों और स्वस्थ खाद्य पदार्थों को शामिल करें। विटामिन और खनिजों की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करें।
यदि आप शराब का सेवन करते हैं, तो इसे कम करें या छोड़ दें। धूम्रपान की आदत को भी कम करने का प्रयास करें। उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखना आवश्यक है। खानपान, व्यायाम, दवाओं और वजन को नियंत्रित करके इसे संभव बनाया जा सकता है।
तनाव या अवसाद से जूझ रहे लोगों के लिए यह हानिकारक हो सकता है। नियमित योग और ध्यान से तनाव को नियंत्रित करें। डायबिटीज के मरीजों को दिल का दौरा पड़ने का अधिक खतरा होता है, इसलिए ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना जरूरी है।
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