News India live, Digital Desk: पाकिस्तान के बलोचिस्तान में आंतरिक विद्रोह अब तीव्र रूप लेने लगा है, जिसकी वजह हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को बताया जा रहा है। इस हमले में हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया था, जिससे बलोचिस्तान के लोग बेहद नाराज हैं। अब बलोचिस्तान में पाकिस्तान से अलग होने के लिए आजादी की लड़ाई तेज होने लगी है।
पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध विद्रोह बढ़ने के कारण पाकिस्तान को मजबूर होकर बलोचिस्तान से सैनिकों की संख्या घटाकर LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर तैनात करना पड़ा है। इससे बलोचिस्तान के विद्रोही संगठनों को और बल मिल गया है।
पाकिस्तान में आंतरिक अशांति चरम पर
बलोचिस्तान के अलावा पाकिस्तान के अन्य क्षेत्रों जैसे गिलगिट-बाल्टिस्तान और सिंध में भी आंतरिक असंतोष चरम पर है। सिंध में आर्थिक तंगी और भुखमरी ने विद्रोह की आग भड़का दी है, वहीं गिलगिट-बाल्टिस्तान में भी स्वायत्तता की मांग तेज हो गई है। बलोचिस्तान में तो हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तानी सेना के जवान भी जाने से डरने लगे हैं।
बलोच विद्रोहियों की कार्रवाई तेज
बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) जैसे संगठनों ने अब पाकिस्तानी सेना और ISI के एजेंट्स को सीधे निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में एक सैन्य ट्रक पर हमला किया गया, जिसमें कई सैनिक मारे गए। इसके बाद ISI के एक एजेंट की भी हत्या कर दी गई। ये कार्रवाइयाँ पहलगाम हमले के बाद बदले की भावना से की जा रही हैं।
शाहिद अफरीदी की बयानबाजी से भड़के बलोच
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी आतंकी संगठनों के बचाव में लगातार बयान दे रहे हैं, जिससे बलोचिस्तान के लोगों में गुस्सा और बढ़ गया है। अफरीदी ने बलोच विद्रोहियों को आतंकवादी बताया था, जबकि ये विद्रोही पहलगाम में निर्दोषों की हत्या पर संवेदना प्रकट कर रहे थे।
पाकिस्तानी नेताओं के विवादित बयान
पंजाब की मंत्री अज़मा बुखर जैसे पाकिस्तानी नेताओं के विवादित बयान भी विद्रोह की आग को हवा दे रहे हैं। अज़मा ने खुलेआम कहा कि पाकिस्तान में केवल वही लोग रह सकते हैं जो पाकिस्तान के साथ हैं। इससे अलगाववादियों को और बल मिला है।
बलोचिस्तान पाकिस्तान से अलग होना चाहता है
बलोचिस्तान के लोगों की शिकायत है कि पाकिस्तान की सरकारों ने हमेशा उनकी आवाज़ को दबाया है, जिससे बलोचिस्तान में BLA और TTP जैसे संगठन मजबूत हुए। बलोच लोगों को अब पाकिस्तान स्वीकार्य नहीं है, और वे किसी भी कीमत पर स्वतंत्रता चाहते हैं।
पाकिस्तानी शासकों पर भ्रष्टाचार का आरोप
बलोचिस्तान सहित पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में भी शासकों के भ्रष्टाचार और लूट की वजह से नाराज़गी बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान के सूबे अब अपने संसाधनों को लुटते नहीं देखना चाहते और पाकिस्तान से अलग होकर अपनी तकदीर खुद लिखना चाहते हैं।
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