इस्लामाबाद: पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के दो मंत्रियों ने भारत की एजेंसियों पर नए आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार और गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने शनिवार को दावा किया कि भारत की खुफिया एजेंसी ने एक पाकिस्तानी मछुआरे को पैसे देकर जासूसी कराने का प्रयास किया। तरार और चौधरी ने कहा कि पाकिस्तानी मछुआरे एजाज मल्लाह को भारतीय एजेंसी की ओर से पैसे की पेशकश की गई। इसके बदले में एजाज को जासूसी करते हुए भारत के अफसरों को संवेदनशील जानकारी पहुंचाने का काम दिया गया।   
   
इस्लामाबाद में तरार ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत लगातार पाकिस्तान को निशाना बना रहा है। नई दिल्ली ने पाकिस्तान के खिलाफ उसके ही लोगों को इस्तेमाल करने का एक अभियान चलाया है। इन प्रयासों के तहत भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एजाज मल्लाह को हिरासत में लिया और उसे कुछ 'खास काम' सौंपने के बाद वापस पाकिस्तान भेज दिया।'
     
'मल्लाह ने आरापों को स्वीकारा'पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, तरार ने दावा किया कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियां तब सतर्क हो गईं, जब उन्हें खबर मिली कि मल्लाह पाकिस्तानी सेना, नौसेना और रेंजर्स की वर्दी खरीदने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में उसकी निगरानी बढ़ा दी गई और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान मल्लाह ने सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया।
     
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री ने मल्लाह के इकबालिया बयान का वीडियो भी चलाया। इसमें मल्लाह कह रहा है कि उसे समुद्र में मछली पकड़ते समय भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ लिया था। इसके बाद भारतीय खुफिया अधिकारियों ने उसे पाकिस्तानी सेना, नौसेना और रेंजर्स की वर्दी, सिम कार्ड, पाकिस्तानी सिगरेट और करेंसी नोट वापस लाने के लिए पैसे की पेशकश की।
   
95 हजार रुपए दिए गएमल्लाह ने कहा कि उसने भारतीय खुफिया अधिकारियों को कुछ तस्वीरें भेजी थीं लेकिन जब वह फिर से समुद्र में गया तो पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि यह भारत का नया दुष्प्रचार अभियान था, जिसका पर्दाफाश हो गया है। चौधरी ने दावा किया कि मल्लाह को सितंबर में भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ा था और सबूतों से पुष्टि होती है कि उसे 95,000 रुपए दिए गए थे
  
इस्लामाबाद में तरार ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत लगातार पाकिस्तान को निशाना बना रहा है। नई दिल्ली ने पाकिस्तान के खिलाफ उसके ही लोगों को इस्तेमाल करने का एक अभियान चलाया है। इन प्रयासों के तहत भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एजाज मल्लाह को हिरासत में लिया और उसे कुछ 'खास काम' सौंपने के बाद वापस पाकिस्तान भेज दिया।'
'मल्लाह ने आरापों को स्वीकारा'पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, तरार ने दावा किया कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियां तब सतर्क हो गईं, जब उन्हें खबर मिली कि मल्लाह पाकिस्तानी सेना, नौसेना और रेंजर्स की वर्दी खरीदने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में उसकी निगरानी बढ़ा दी गई और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान मल्लाह ने सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री ने मल्लाह के इकबालिया बयान का वीडियो भी चलाया। इसमें मल्लाह कह रहा है कि उसे समुद्र में मछली पकड़ते समय भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ लिया था। इसके बाद भारतीय खुफिया अधिकारियों ने उसे पाकिस्तानी सेना, नौसेना और रेंजर्स की वर्दी, सिम कार्ड, पाकिस्तानी सिगरेट और करेंसी नोट वापस लाने के लिए पैसे की पेशकश की।
95 हजार रुपए दिए गएमल्लाह ने कहा कि उसने भारतीय खुफिया अधिकारियों को कुछ तस्वीरें भेजी थीं लेकिन जब वह फिर से समुद्र में गया तो पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने कहा कि यह भारत का नया दुष्प्रचार अभियान था, जिसका पर्दाफाश हो गया है। चौधरी ने दावा किया कि मल्लाह को सितंबर में भारतीय तटरक्षक बल ने पकड़ा था और सबूतों से पुष्टि होती है कि उसे 95,000 रुपए दिए गए थे
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