नई दिल्ली: एनडीए के द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उतारे जाने के बाद से विपक्षी दलों मे हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल अब ठोक-बजाकर किसी भी तरह का फैसला लेने की तैयारी कर रहा है। अब एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या विपक्ष तमिलनाडु के मुद्दे पर एनडीए के उम्मीदवार के सामने धर्मसंकट में तो नहीं पड़ गया? कहीं सरेंडर करने की तैयारी तो नहीं है? तो चलिए जानते हैं, विपक्ष की इस मुद्दे पर क्या खास है तैयारी।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के सरेंडर करने का चांस कम
दरअसल, एनडीए की तरफ से राजनाथ सिंह को विपक्षी दलों से बातचीत के लिए लगाया गया है। वहीं, तमिलनाडु से राधाकृष्णन के होने की वजह से डीएमके के समक्ष जो मुश्किल आ रही है उससे निपटने के लिए इंडिया गठबंधन भी तमिलनाडु से उम्मीदवार उतार सकता है। वहीं, विपक्ष के सरेंडर करने का चांस कम है, क्योंकि आगे बिहार विधानसभा चुनाव है, ऐसे में विपक्ष खुद को कमजोर साबित नहीं करना चाहेगा, भले उसका कैंडिडेट मैदान में टिक न पाए। वहीं, इससे पहले आज अभी शाम को विपक्षी दलों के नेताओं की मीटिंग हुई उसमें सूत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी मिली है कि विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा।
विपक्ष की तरफ से तिरुची सिवा का नाम आ रहा सामने
दरअसल, एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति कैंडिडेट बनाकर जो सियासी चाल चली है, उसके जवाब में इंडिया गठबंधन ने भी तमिल उम्मीदवार को मैदान में उतार सकता है। संभावना जताई जा रही है कि डीएमके के राज्यसभा सांसद तिरुची सिवा (tiruchi siva) को विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है। वहीं, अगर तिरुची सिवा के नाम ऐलान इंडिया अलायंस की तरफ से होता है तो उपराष्ट्रपति के चुनाव में मुकाबला टक्कर का हो सकता है, क्योंकि तिरुची सिवा के अपने व्यक्तिगत रिश्ते सभी दलों में हैं। तिरुची सिवा डीएमके के पहले ऐसे नेता है जिन्हें पार्टी ने चौथी बार राज्यसभा में भेजा है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के सरेंडर करने का चांस कम
दरअसल, एनडीए की तरफ से राजनाथ सिंह को विपक्षी दलों से बातचीत के लिए लगाया गया है। वहीं, तमिलनाडु से राधाकृष्णन के होने की वजह से डीएमके के समक्ष जो मुश्किल आ रही है उससे निपटने के लिए इंडिया गठबंधन भी तमिलनाडु से उम्मीदवार उतार सकता है। वहीं, विपक्ष के सरेंडर करने का चांस कम है, क्योंकि आगे बिहार विधानसभा चुनाव है, ऐसे में विपक्ष खुद को कमजोर साबित नहीं करना चाहेगा, भले उसका कैंडिडेट मैदान में टिक न पाए। वहीं, इससे पहले आज अभी शाम को विपक्षी दलों के नेताओं की मीटिंग हुई उसमें सूत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी मिली है कि विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा।
विपक्ष की तरफ से तिरुची सिवा का नाम आ रहा सामने
दरअसल, एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति कैंडिडेट बनाकर जो सियासी चाल चली है, उसके जवाब में इंडिया गठबंधन ने भी तमिल उम्मीदवार को मैदान में उतार सकता है। संभावना जताई जा रही है कि डीएमके के राज्यसभा सांसद तिरुची सिवा (tiruchi siva) को विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है। वहीं, अगर तिरुची सिवा के नाम ऐलान इंडिया अलायंस की तरफ से होता है तो उपराष्ट्रपति के चुनाव में मुकाबला टक्कर का हो सकता है, क्योंकि तिरुची सिवा के अपने व्यक्तिगत रिश्ते सभी दलों में हैं। तिरुची सिवा डीएमके के पहले ऐसे नेता है जिन्हें पार्टी ने चौथी बार राज्यसभा में भेजा है।
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