पलवल : बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा निकाली जा रही सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा ने मंगलवार को पलवल के सीनियर सेकंडरी स्कूल से शुरू होकर दोपहर बाद होडल विधानसभा क्षेत्र में एंट्री कर ली। रात्रि ठहराव गांव मित्रोल में हुआ, जहां बाबा के प्रवचन के साथ साथ भजन कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने पदयात्रियों को संबोधित करते हुए जहां सनातनियों को एकजुट होने का आह्वान किया, वहीं गैर सनातनियों और यात्रा का विरोध कर रहे लोगों को भी सख्त लहजे में चेतावनी दी।
बाबा बागेश्वर धाम धीरेन्द्र शास्त्री ने पदयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आज नहीं जागे तो आगे पछताना पड़ेगा। और अगर अब जाग गए तो फिर आपके बच्चों को बम की आवाज सुनने को नहीं मिलेगी। अगर आज नहीं जागोगे तो कल तुम्हारे हर मोहल्ले में बम फूटेगा। यात्रा का विरोध कर रहे लोगों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कल तक जो लोग टीवी डिबेट में बैठकर हमारी यात्रा का विरोध कर रहे थे, अब दिल्ली ब्लास्ट के बाद उनमें से कोई भी देशद्रोहियों के खिलाफ बोलता नजर नहीं आ रहा। इससे यही सिद्ध होता है कि यात्रा का विरोध करने वाले बांग्लादेशी हैं।
बोले- हमने सिर पर कफन बांध लिया
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हमने सिर पर कफ़न बांध लिया है। तुम्हे जो अच्छा लगे करो, हम जबतक भारत के 150 करोड़ भारतीय सनातनियों को एकजुट नहीं कर देंगे तबतक चैन से नहीं बैठेंगे। तुम हमारी पदयात्रा को संविधान के खिलाफ बताकर विरोध कर रहे थे, परन्तु सुनो कि संविधान में ही सामाजिक समरसता का भाव लिखा है। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने जो अभूतपूर्व संविधान लिखा है। उसकी रक्षा इस पदयात्रा से हो सकती है।
किस दे डाली चेतावनी
सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो विरोधियों और गैर सनातनियों ने मात्र एक लाख हिंदुओं को सड़कों पर देखा है जिससे तुम्हारा पेट खराब हो गया। 16 नवंबर को वृंदावन में हिंदू आ रहे हैं, उन्हें देखकर न केवल तुम्हारी बल्कि तुम्हारी पीढ़ियों की भी बुद्धि खराब हो जाएगी। धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि यात्रा के समापन के दिन 16 नवंबर को वृंदावन में हम बृजवासियों के साथ तीसरी पदयात्रा की घोषणा करेंगे। इसके बाद भी तुम कोई बहस करोगे तो अगली बार में ऐसी यात्रा करेंगे कि एक ही बार में हिंदू राष्ट्र की विचाधारा स्थापित हो जाएगी।
बाबा बागेश्वर धाम धीरेन्द्र शास्त्री ने पदयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आज नहीं जागे तो आगे पछताना पड़ेगा। और अगर अब जाग गए तो फिर आपके बच्चों को बम की आवाज सुनने को नहीं मिलेगी। अगर आज नहीं जागोगे तो कल तुम्हारे हर मोहल्ले में बम फूटेगा। यात्रा का विरोध कर रहे लोगों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कल तक जो लोग टीवी डिबेट में बैठकर हमारी यात्रा का विरोध कर रहे थे, अब दिल्ली ब्लास्ट के बाद उनमें से कोई भी देशद्रोहियों के खिलाफ बोलता नजर नहीं आ रहा। इससे यही सिद्ध होता है कि यात्रा का विरोध करने वाले बांग्लादेशी हैं।
बोले- हमने सिर पर कफन बांध लिया
धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हमने सिर पर कफ़न बांध लिया है। तुम्हे जो अच्छा लगे करो, हम जबतक भारत के 150 करोड़ भारतीय सनातनियों को एकजुट नहीं कर देंगे तबतक चैन से नहीं बैठेंगे। तुम हमारी पदयात्रा को संविधान के खिलाफ बताकर विरोध कर रहे थे, परन्तु सुनो कि संविधान में ही सामाजिक समरसता का भाव लिखा है। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर जी ने जो अभूतपूर्व संविधान लिखा है। उसकी रक्षा इस पदयात्रा से हो सकती है।
किस दे डाली चेतावनी
सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो विरोधियों और गैर सनातनियों ने मात्र एक लाख हिंदुओं को सड़कों पर देखा है जिससे तुम्हारा पेट खराब हो गया। 16 नवंबर को वृंदावन में हिंदू आ रहे हैं, उन्हें देखकर न केवल तुम्हारी बल्कि तुम्हारी पीढ़ियों की भी बुद्धि खराब हो जाएगी। धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि यात्रा के समापन के दिन 16 नवंबर को वृंदावन में हम बृजवासियों के साथ तीसरी पदयात्रा की घोषणा करेंगे। इसके बाद भी तुम कोई बहस करोगे तो अगली बार में ऐसी यात्रा करेंगे कि एक ही बार में हिंदू राष्ट्र की विचाधारा स्थापित हो जाएगी।
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