मध्य प्रदेश में एक बार फिर दुर्लभ सांप मिला है। सीधी जिले में एक ब्यूटी पार्लर से इस सांप को रेस्क्यू किया गया है। इस सांप का नाम है-रेड सैंड बोआ। देसी भाषा में इसे दो मुंहा सांप भी कहते हैं क्योंकि इसके सिर और पूंछ एक जैसे होते हैं। हैरानी की बात है कि यह सांप जहर के नाम पर निल बटा सन्नाटा है।
मतलब विषरहित और निहायती शरीफ सांप। बावजूद इसके बाजार में इसकी कीमत 3 से 25 करोड़ रुपये तक है। आप सोच सकते हैं..आखिर ऐसा क्यों? चलिए आज हम आपके साथ इस सांप की पूरी कुंडली जानते हैं। ब्लैक मार्केट में आखिर क्यों इस सांप के लिए तस्कर करोड़ों देने को तैयार हैं। इसे पकड़ने या मारने पर कितनी सजा हो सकती है? ये सांप कहां-कहां मिलता है?
फिर से क्यों है चर्चा में दरअसल मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक ब्यूटी पार्लर से रेड सैंड बोआ को रेस्क्यू किया गया है। महिला जब पीछे पानी लेने गई तो करीब 7 किलो वजन का 3-4 फुट लंबा सांप दिखाई दिया। वन विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित रेस्क्यू किया। पिछले 6 महीने में यह तीसरा मामला जब सीधी जिले में यह सांप मिला है। अब वन विभाग यह तलाशने में जुट गया है कि क्या इन सांपों ने यहां घर बनाया है या फिर किसी तस्करी नेटवर्क से बचकर भागे हैं।
एक नजर में रेड सैंड बोआ रेड सैंड बोआ हल्के भूरे या लाल रंग का होता है। आमतौर पर भारत, ईरान और पाकिस्तान में यह सांप पाया जाता है। बोआ भी दो तरह के होते हैं। कॉमन सैंड बोआ और रेड सैंड बोआ। कॉमन सैंड बोआ के एक ही ओर दो मुंह होते हैं। जबकि रेड सैंड बोआ के सिर और पूंछ एक जैसे होते हैं। इसलिए समझ नहीं आता कि सिर कौन सा है और पूंछ कौन सी है। इसलिए इसे दोमुहा सांप भी कहते हैं। खेतों की मुंडेर वाली मिट्टी में ये अक्सर पाए जाते हैं। अन्य जहरीले सांपों के उलट ये सांप बहुत ही शांत और शरीफ माने जाते हैं। इनके पास जहर भी नहीं होता। अक्सर लोग इसे छोटा अजगर भी समझ लेते हैं।
25 करोड़ तक कीमत इंटरनेशनल ब्लैक मार्केट में इस सांप की कीमत करोड़ों में है। तस्करों को इसके लिए 3 से 25 करोड़ रुपये तक मिल जाते हैं।
आखिर क्यों है इतना महंगा दरअसल कुछ देशों में इसे शुभ माना जाता है और इसे गुडलक के रूप में देखा जाता है। ऐसे में कई रईस लोग इसे अपने पास रखना चाहते हैं। यह अंधविश्वास है कि इस सांप को पास रखने से लोग अमीर बन सकते हैं। किस्मत चमकती है और पैसों की बारिश होती है। चीन में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए भी इस सांप को खाया जाता है। हालांकि यह सिर्फ एक अंधविश्वास है। भारत में भी तांत्रिक तंत्र-मंत्र के लिए इस सांप को मार डालते हैं।
पकड़ना या मारना है क्राइम इस सांप को वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-4 में शामिल किया गया है। मतलब इसे पकड़ना, मारना या तस्करी करना गैर कानूनी है। दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की सजा या 25000 जुर्माना या फिर दोनों का प्रावधान है।
मतलब विषरहित और निहायती शरीफ सांप। बावजूद इसके बाजार में इसकी कीमत 3 से 25 करोड़ रुपये तक है। आप सोच सकते हैं..आखिर ऐसा क्यों? चलिए आज हम आपके साथ इस सांप की पूरी कुंडली जानते हैं। ब्लैक मार्केट में आखिर क्यों इस सांप के लिए तस्कर करोड़ों देने को तैयार हैं। इसे पकड़ने या मारने पर कितनी सजा हो सकती है? ये सांप कहां-कहां मिलता है?
फिर से क्यों है चर्चा में दरअसल मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक ब्यूटी पार्लर से रेड सैंड बोआ को रेस्क्यू किया गया है। महिला जब पीछे पानी लेने गई तो करीब 7 किलो वजन का 3-4 फुट लंबा सांप दिखाई दिया। वन विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित रेस्क्यू किया। पिछले 6 महीने में यह तीसरा मामला जब सीधी जिले में यह सांप मिला है। अब वन विभाग यह तलाशने में जुट गया है कि क्या इन सांपों ने यहां घर बनाया है या फिर किसी तस्करी नेटवर्क से बचकर भागे हैं।
एक नजर में रेड सैंड बोआ रेड सैंड बोआ हल्के भूरे या लाल रंग का होता है। आमतौर पर भारत, ईरान और पाकिस्तान में यह सांप पाया जाता है। बोआ भी दो तरह के होते हैं। कॉमन सैंड बोआ और रेड सैंड बोआ। कॉमन सैंड बोआ के एक ही ओर दो मुंह होते हैं। जबकि रेड सैंड बोआ के सिर और पूंछ एक जैसे होते हैं। इसलिए समझ नहीं आता कि सिर कौन सा है और पूंछ कौन सी है। इसलिए इसे दोमुहा सांप भी कहते हैं। खेतों की मुंडेर वाली मिट्टी में ये अक्सर पाए जाते हैं। अन्य जहरीले सांपों के उलट ये सांप बहुत ही शांत और शरीफ माने जाते हैं। इनके पास जहर भी नहीं होता। अक्सर लोग इसे छोटा अजगर भी समझ लेते हैं।
25 करोड़ तक कीमत इंटरनेशनल ब्लैक मार्केट में इस सांप की कीमत करोड़ों में है। तस्करों को इसके लिए 3 से 25 करोड़ रुपये तक मिल जाते हैं।
आखिर क्यों है इतना महंगा दरअसल कुछ देशों में इसे शुभ माना जाता है और इसे गुडलक के रूप में देखा जाता है। ऐसे में कई रईस लोग इसे अपने पास रखना चाहते हैं। यह अंधविश्वास है कि इस सांप को पास रखने से लोग अमीर बन सकते हैं। किस्मत चमकती है और पैसों की बारिश होती है। चीन में यौन शक्ति बढ़ाने के लिए भी इस सांप को खाया जाता है। हालांकि यह सिर्फ एक अंधविश्वास है। भारत में भी तांत्रिक तंत्र-मंत्र के लिए इस सांप को मार डालते हैं।
पकड़ना या मारना है क्राइम इस सांप को वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-4 में शामिल किया गया है। मतलब इसे पकड़ना, मारना या तस्करी करना गैर कानूनी है। दोषी पाए जाने पर 3 साल तक की सजा या 25000 जुर्माना या फिर दोनों का प्रावधान है।
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