हजारीबागः झारखंड में पिछले 24 घंटे से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। मूसलाधार बारिश ने हजारीबाग जिले के छड़वा डैम को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। लगातार कई घंटों की बारिश के कारण डैम में पानी का स्तर तेजी से बढ़ा, जिससे एक फाटक (गेट) क्षतिग्रस्त हो गया और पानी उसके ऊपर से बहने लगा। इस घटना से निचले इलाकों में बाढ़ और अन्य हादसों का खतरा पैदा हो गया है।
प्रशासन ने तुरंत उठाया कदम
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया। एसडीओ मौके पर पहुंचे और सुरक्षा का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि डैम पर दबाव कम करने के लिए एहतियात के तौर पर पानी छोड़ा गया है। वहीं पेलावल थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडेय पुलिस बल के साथ पहुँचे और पूरे डैम क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। उन्होंने लोगों से अपील की कि जर्जर फाटक के पास किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए कोई भी व्यक्ति डैम में मछली पकड़ने या तैरने के लिए प्रवेश न करे।
मछली कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान
फाटक टूटने की खबर मिलते ही डैम के निचले हिस्से में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मछली पकड़ने के लिए उमड़ पड़े, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया। मछली पालन का ठेका लेने वाले पप्पू कुशवाहा ने बताया कि फाटक टूटने से उनकी करोड़ों रुपये की मछली बह गईं। उन्होंने मार्च-अप्रैल 2024 में लगभग ₹25 लाख की मछली का बीज डैम में डाला था। कुशवाहा ने इसकी सूचना नगर निगम और जिला प्रशासन को दे दी है और जल्द ही लिखित शिकायत भी दर्ज कराएंगे।
पेयजल आपूर्ति पर खतरा
छड़वा डैम हजारीबाग शहर के साथ-साथ कंचनपुर, गदोखर और रोमी पंचायतों की पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है। फाटक टूटने के बाद डैम में पानी का स्तर घटकर केवल 23 फीट रह गया है, जिससे आने वाले समय में जल संकट गहरा सकता है।
प्रशासन ने तुरंत उठाया कदम
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया। एसडीओ मौके पर पहुंचे और सुरक्षा का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि डैम पर दबाव कम करने के लिए एहतियात के तौर पर पानी छोड़ा गया है। वहीं पेलावल थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडेय पुलिस बल के साथ पहुँचे और पूरे डैम क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। उन्होंने लोगों से अपील की कि जर्जर फाटक के पास किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए कोई भी व्यक्ति डैम में मछली पकड़ने या तैरने के लिए प्रवेश न करे।
मछली कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान
फाटक टूटने की खबर मिलते ही डैम के निचले हिस्से में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मछली पकड़ने के लिए उमड़ पड़े, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया। मछली पालन का ठेका लेने वाले पप्पू कुशवाहा ने बताया कि फाटक टूटने से उनकी करोड़ों रुपये की मछली बह गईं। उन्होंने मार्च-अप्रैल 2024 में लगभग ₹25 लाख की मछली का बीज डैम में डाला था। कुशवाहा ने इसकी सूचना नगर निगम और जिला प्रशासन को दे दी है और जल्द ही लिखित शिकायत भी दर्ज कराएंगे।
पेयजल आपूर्ति पर खतरा
छड़वा डैम हजारीबाग शहर के साथ-साथ कंचनपुर, गदोखर और रोमी पंचायतों की पेयजल आपूर्ति का मुख्य स्रोत है। फाटक टूटने के बाद डैम में पानी का स्तर घटकर केवल 23 फीट रह गया है, जिससे आने वाले समय में जल संकट गहरा सकता है।
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