Reebok Smart Ring : जूते बेचने वाले जाने-माने ब्रैंड रिबॉक ने अब गैजेट्स की दुनिया में भी एंट्री कर ली है। ब्रैंड ने अपनी पहली फिटनेस वियरेबल को पेश किया है, जोकि एक स्मार्ट रिंग है। स्मार्ट रिंग इन दिनों नया ट्रेंड बन रही हैं। सैमसंग समेत तमाम कंपनियों ने स्मार्ट रिंग को लॉन्च किया है। भारत में ये अभी बहुत पॉपुलर नहीं हुई हैं, लेकिन विदेशों में लोग स्मार्ट रिंग को बड़ी संख्या में इस्तेमाल करने लगे हैं। रिबॉक स्मार्ट रिंग को अमेरिका 249 डॉलर यानी करीब 22 हजार रुपये में लिया जा सकता है। यह अपने यूजर के डेली वर्कआउट को ट्रैक करती है और मुश्किल हालात में भी काम करती रहती है।
माइनस 10 डिग्री में भी करेगी काम रिपोर्टों के अनुसार, रिबॉक स्मार्ट रिंग को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तापमान से 52 डिग्री तापमान में काम कर सकती है। इसमें दी गई लीथियम पॉलिमर बैटरी को 5 से 7 दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है यानी स्मार्ट रिंग एक बार चार्ज होकर एक हफ्ता चल जाएगी। दावा है कि यह सिर्फ 2 घंटे में चार्ज हो जाती है। यह ब्लूटूथ कनेक्टिविटी को सपोर्ट करती है और 7 दिनों तक डेटा स्टोर करके रखती है। इसे पहनकर साफ पानी में 5 मीटर गराई तक तैरा जा सकता है।
टाइटेनियम की बनी, ऐप का भी सपोर्ट रिबॉॅक स्मार्ट रिंग की बिल्ट टाइटेनियम की है। यह अपने यूजर की हार्ट रेट, नींद और अन्य एक्टिविटीज का पता लगाती है। रिबॉक फिटनेस ऐप से कनेक्ट करके सारा डेटा वहां भी देखा जा सकता है। यूजर की उंगलियों में ठीक से फिटिंग आ जाए, इसके लिए रिबॉक खास पेशकश भी लाया है। ग्राहक एक सैंपल रिंग मंगवाकर साइज चेक कर सकता है। कंपनी का कहना है कि इस स्मार्टरिंग को उन लोगों के लिए बनाया गया है जो ढेर सारी स्मार्ट वॉच नहीं पहनना चाहते हैं और अपनी फिटनेस को ट्रैक करने के लिए एक छोटी डिवाइस की जरूरत है।
लेकिन कुछ चिंताएं भी? स्मार्ट रिंग एक गैजेट के तौर पर अभी कामयाबी नहीं पा सकी हैं। मौजूदा वक्त में यूजर डिस्प्ले का अनुभव चाहते हैं और वह स्मार्ट रिंग में नहीं मिल पाता। सारा डेटा देखने के लिए स्मार्टफोन की जरूरत पड़ती है। स्मार्ट रिंग की परफॉर्मेंस भी अभी उम्दा नहीं है। बीते दिनों एक पॉपुलर ब्रैंड की स्मार्ट रिंग यूजर की उंगली में ही फूल गई थी और उसे फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया गया। बाद में यूजर को अस्पताल पहुंचकर स्मार्ट रिंग को उंगलियों से निकलवाना पड़ा था।
माइनस 10 डिग्री में भी करेगी काम रिपोर्टों के अनुसार, रिबॉक स्मार्ट रिंग को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तापमान से 52 डिग्री तापमान में काम कर सकती है। इसमें दी गई लीथियम पॉलिमर बैटरी को 5 से 7 दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है यानी स्मार्ट रिंग एक बार चार्ज होकर एक हफ्ता चल जाएगी। दावा है कि यह सिर्फ 2 घंटे में चार्ज हो जाती है। यह ब्लूटूथ कनेक्टिविटी को सपोर्ट करती है और 7 दिनों तक डेटा स्टोर करके रखती है। इसे पहनकर साफ पानी में 5 मीटर गराई तक तैरा जा सकता है।
टाइटेनियम की बनी, ऐप का भी सपोर्ट रिबॉॅक स्मार्ट रिंग की बिल्ट टाइटेनियम की है। यह अपने यूजर की हार्ट रेट, नींद और अन्य एक्टिविटीज का पता लगाती है। रिबॉक फिटनेस ऐप से कनेक्ट करके सारा डेटा वहां भी देखा जा सकता है। यूजर की उंगलियों में ठीक से फिटिंग आ जाए, इसके लिए रिबॉक खास पेशकश भी लाया है। ग्राहक एक सैंपल रिंग मंगवाकर साइज चेक कर सकता है। कंपनी का कहना है कि इस स्मार्टरिंग को उन लोगों के लिए बनाया गया है जो ढेर सारी स्मार्ट वॉच नहीं पहनना चाहते हैं और अपनी फिटनेस को ट्रैक करने के लिए एक छोटी डिवाइस की जरूरत है।
लेकिन कुछ चिंताएं भी? स्मार्ट रिंग एक गैजेट के तौर पर अभी कामयाबी नहीं पा सकी हैं। मौजूदा वक्त में यूजर डिस्प्ले का अनुभव चाहते हैं और वह स्मार्ट रिंग में नहीं मिल पाता। सारा डेटा देखने के लिए स्मार्टफोन की जरूरत पड़ती है। स्मार्ट रिंग की परफॉर्मेंस भी अभी उम्दा नहीं है। बीते दिनों एक पॉपुलर ब्रैंड की स्मार्ट रिंग यूजर की उंगली में ही फूल गई थी और उसे फ्लाइट में चढ़ने से रोक दिया गया। बाद में यूजर को अस्पताल पहुंचकर स्मार्ट रिंग को उंगलियों से निकलवाना पड़ा था।
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