पटना: मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड में दर्ज हुई एफआईआर से थान कनेक्शन सामने आया है। दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार ने सीधे तौर पर जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर हत्या का आरोप लगाया है। एफआईआर के अनुसार, गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान अनंत सिंह ने पहले दुलारचंद यादव को गाली दी। मना करने पर राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह ने उन्हें जबरदस्ती गाड़ी से खींच लिया। आरोप है कि अनंत सिंह ने कमर से पिस्तौल निकालकर गोली चलाई, जो दुलारचंद के बाएं पैर में लगी। इसके बाद छोटन सिंह और कंजय सिंह ने लोहे की रॉड से उन पर ताबड़तोड़ हमला किया। सबसे क्रूर बात ये रही कि अंत में उन्हें एक थार गाड़ी से दो-तीन बार आगे-पीछे करके कुचला गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
थार से दुलारचंद को किसने कुचला?दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार की ओर से घोसवरी थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है, 'हम और दादा दुलारचंद यादव रोज की तरह गुरुवार को जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी (मोकामा विधानसभा) के प्रचार करने दिन के लगभग साढ़े तीन बजे पहुंचे थे। रास्ते में अनंत सिंह (मोकामा विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू उम्मीदवार) अपने सहयोगी के साथ आया और दादा (दुलारचंद यादव) को गाली देने लगे। दादा ने गाली देने से मना किया। इस पर राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह ने जबर्दस्ती गाड़ी से खींच लिया। गाड़ी से बाहर आते ही अनंत सिंह ने कमर से पिस्तौल निकाला और जान मारने के लिए फायर किया, जो गोली बाएं पैर में लगी। दादा वहीं गिर गए। उसके बाद छोटन सिंह और कंजय सिंह लोहे की रॉड से गिरे अवस्था में पैर, पीठ, सिर पर ताबड़तोड़ मारे। उसके बाद थार (चार चक्का गाड़ी) से दो-तीन बार आगे पीछे किया। जिससे दादा को कुचला गया। दादा को हिलाकर देखा, मरा अवस्था में छोड़कर गाड़ी से भाग गया। हल्ला सुनकर अन्य लोग आए और दादा को उठाकर अस्पताल ले जाने के क्रम में मुत्यु हो गई। फिर मृत शरीर को पैतृक गांव (तारतर) लाया गया। उसके बाद पुलिस आई।'
अनंत सिंह पर गोली चलाने का आरोपमृतक दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने एफआईआर में स्पष्ट आरोप लगाया है कि बहस के दौरान अनंत सिंह ने पिस्तौल निकालकर फायर किया। ये गोली दुलारचंद यादव के बाएं पैर में लगी, जिससे वो वहीं गिर पड़े। एफआईआर के मुताबिक राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह और कंजय सिंह ने दुलारचंद यादव को मारा-पीटा। आरोप है कि छोटन सिंह और कंजय सिंह ने लोहे की रॉड से उनके पैर, पीठ और सिर पर वार किए। इसके बाद हत्यारों ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए उन्हें थार (चार चक्का गाड़ी) से कुचल दिया, जिससे उनका फेफड़ा फट गया और उनकी मौत हो गई।
पुलिस के रडार पर 'थार' गाड़ीहत्या की इस क्रूर वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी गाड़ी से भाग गए। पुलिस ने दुलारचंद की मौत की पुष्टि के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है। अब जांच का मुख्य बिंदु उस थार गाड़ी की पहचान और उसे चलाने वाले आरोपियों को पकड़ना है। अनंत सिंह के सहयोगियों राजवीर, कर्मवीर, छोटन और कंजय सिंह की तलाश भी तेजी से की जा रही है।
थार से दुलारचंद को किसने कुचला?दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार की ओर से घोसवरी थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है, 'हम और दादा दुलारचंद यादव रोज की तरह गुरुवार को जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी (मोकामा विधानसभा) के प्रचार करने दिन के लगभग साढ़े तीन बजे पहुंचे थे। रास्ते में अनंत सिंह (मोकामा विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू उम्मीदवार) अपने सहयोगी के साथ आया और दादा (दुलारचंद यादव) को गाली देने लगे। दादा ने गाली देने से मना किया। इस पर राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह ने जबर्दस्ती गाड़ी से खींच लिया। गाड़ी से बाहर आते ही अनंत सिंह ने कमर से पिस्तौल निकाला और जान मारने के लिए फायर किया, जो गोली बाएं पैर में लगी। दादा वहीं गिर गए। उसके बाद छोटन सिंह और कंजय सिंह लोहे की रॉड से गिरे अवस्था में पैर, पीठ, सिर पर ताबड़तोड़ मारे। उसके बाद थार (चार चक्का गाड़ी) से दो-तीन बार आगे पीछे किया। जिससे दादा को कुचला गया। दादा को हिलाकर देखा, मरा अवस्था में छोड़कर गाड़ी से भाग गया। हल्ला सुनकर अन्य लोग आए और दादा को उठाकर अस्पताल ले जाने के क्रम में मुत्यु हो गई। फिर मृत शरीर को पैतृक गांव (तारतर) लाया गया। उसके बाद पुलिस आई।'
अनंत सिंह पर गोली चलाने का आरोपमृतक दुलारचंद के पोते नीरज कुमार ने एफआईआर में स्पष्ट आरोप लगाया है कि बहस के दौरान अनंत सिंह ने पिस्तौल निकालकर फायर किया। ये गोली दुलारचंद यादव के बाएं पैर में लगी, जिससे वो वहीं गिर पड़े। एफआईआर के मुताबिक राजवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, छोटन सिंह और कंजय सिंह ने दुलारचंद यादव को मारा-पीटा। आरोप है कि छोटन सिंह और कंजय सिंह ने लोहे की रॉड से उनके पैर, पीठ और सिर पर वार किए। इसके बाद हत्यारों ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए उन्हें थार (चार चक्का गाड़ी) से कुचल दिया, जिससे उनका फेफड़ा फट गया और उनकी मौत हो गई।
पुलिस के रडार पर 'थार' गाड़ीहत्या की इस क्रूर वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी गाड़ी से भाग गए। पुलिस ने दुलारचंद की मौत की पुष्टि के बाद एफआईआर दर्ज कर ली है। अब जांच का मुख्य बिंदु उस थार गाड़ी की पहचान और उसे चलाने वाले आरोपियों को पकड़ना है। अनंत सिंह के सहयोगियों राजवीर, कर्मवीर, छोटन और कंजय सिंह की तलाश भी तेजी से की जा रही है।
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