मथुरा: मथुरा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने कुख्यात 'कच्छा-बनियान' गिरोह का पर्दाफाश करते हुए उसके चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। कई राज्यों में सक्रिय इन बदमाशों के गिरोह को 'रट्टी' गैंग के नाम से भी जाना जाता है। यह कार्रवाई थाना जैत पुलिस, सर्विलांस टीम और रिवार्डेड टीम के संयुक्त अभियान के दौरान हुई।
सीओ सदर संदीप सिंह ने बताया कि पुलिस और बदमाशों के बीच जैत-आझई रेलवे अंडरपास के पास मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, सोने-चांदी के जेवरात, नकदी, चोरी में इस्तेमाल की गई सियाज कार और नकबजनी के उपकरण बरामद किए हैं।
हत्या करने से भी नहीं हिचकते ये चोर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत, पुलिस को 29-30 जुलाई 2025 की रात में ग्राम आझई खुर्द में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले इस गिरोह की जानकारी मिली थी। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से हाईवे से सटे गांवों को निशाना बनाता था। गिरोह के सदस्य कच्छा-बनियान पहनकर कार को गांव से 2-3 किलोमीटर दूर खड़ी कर देते थे और पैदल ही गांव में घुसते थे। वे घरों में घुसकर ताले, गेट और अलमारी काटकर चोरी करते थे। अगर घर का कोई सदस्य जाग जाता था, तो ये उसकी हत्या करने से भी नहीं हिचकते थे। इनका आपराधिक इतिहास भी इस बात की पुष्टि करता है।
एक बदमाश 50 हजार का रह चुका है इनामीगिरफ्तार अभियुक्तों में तीन मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हैं। मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला मनोज उर्फ सरपंच (52 वर्ष), पुत्र बदन सिंह गुर्जर, निवासी लक्ष्मणगढ़, गिरोह का सरगना था। इस बदमाश पर झांसी में 50,000 रुपए का इनाम भी रह चुका है। अन्य अभियुक्तों में भूर सिंह उर्फ भूरा, पुत्र जबर सिंह गुर्जर, निवासी आलोरी, और राजेश, पुत्र महेंद्र सिंह, निवासी रांसू, मुरैना हैं। वहीं, एक की पहचान उत्तर प्रदेश के जालौन के आकाश सिंह सेंगर, पुत्र शिव शंकर सेंगर, निवासी मडौरा के रूप में हुई है। घायल अभियुक्तों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
सीओ सदर संदीप सिंह ने बताया कि पुलिस और बदमाशों के बीच जैत-आझई रेलवे अंडरपास के पास मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। घायल बदमाशों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, कारतूस, सोने-चांदी के जेवरात, नकदी, चोरी में इस्तेमाल की गई सियाज कार और नकबजनी के उपकरण बरामद किए हैं।
हत्या करने से भी नहीं हिचकते ये चोर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत, पुलिस को 29-30 जुलाई 2025 की रात में ग्राम आझई खुर्द में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले इस गिरोह की जानकारी मिली थी। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह मुख्य रूप से हाईवे से सटे गांवों को निशाना बनाता था। गिरोह के सदस्य कच्छा-बनियान पहनकर कार को गांव से 2-3 किलोमीटर दूर खड़ी कर देते थे और पैदल ही गांव में घुसते थे। वे घरों में घुसकर ताले, गेट और अलमारी काटकर चोरी करते थे। अगर घर का कोई सदस्य जाग जाता था, तो ये उसकी हत्या करने से भी नहीं हिचकते थे। इनका आपराधिक इतिहास भी इस बात की पुष्टि करता है।
एक बदमाश 50 हजार का रह चुका है इनामीगिरफ्तार अभियुक्तों में तीन मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हैं। मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला मनोज उर्फ सरपंच (52 वर्ष), पुत्र बदन सिंह गुर्जर, निवासी लक्ष्मणगढ़, गिरोह का सरगना था। इस बदमाश पर झांसी में 50,000 रुपए का इनाम भी रह चुका है। अन्य अभियुक्तों में भूर सिंह उर्फ भूरा, पुत्र जबर सिंह गुर्जर, निवासी आलोरी, और राजेश, पुत्र महेंद्र सिंह, निवासी रांसू, मुरैना हैं। वहीं, एक की पहचान उत्तर प्रदेश के जालौन के आकाश सिंह सेंगर, पुत्र शिव शंकर सेंगर, निवासी मडौरा के रूप में हुई है। घायल अभियुक्तों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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