तमिलनाडु के एक सफारी पार्क में प्रशासन की जान उस समय हलक में आ गई, जब एक शेर चुपके से फरार हो गया। शहरयार नाम के इस युवा शेर की तलाश में प्रशासन को रातभर पसीना बहाना पड़ा। मामला चेन्नई के वंदालुर के अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क का है। चिड़ियाघर में करीब 50 एकड़ में फैले इस सफारी पार्क से शुक्रवार को 5 साल का शहरयार अचानक से गायब हो गया। शाम होने पर उसे अपने बाड़े में वापस लौटना था।
लेकिन वो लापता हो गया। यह सुनते ही चिड़ियाघर प्रशासन में हड़कंप मच गया कि आखिर शेर कहां गया। शहरयार को हाल ही में इस जू में लॉयन सफारी के लिए लाया गया है। 2023 में इसे बेंगलुरु के बानेरघटा बायोलॉजिकल पार्क से यहां लाया गया था। इस पार्क में जंगल का एरिया काफी ज्यादा है और दीवारें भी काफी सुरक्षित हैं।
सफारी पार्क में ही मिले पैरों के निशान3 अक्टूबर को वो लापता हो गया था। रातभर उसकी तलाश की गई। अगले दिन उसे फिर से सफारी पार्क की बाउंड्री में ही देखा गया। इससे अधिकारियों की जान में थोड़ी जान आई। रविवार को उसके पैरों के निशान ने इस बात की पुष्टि कर दी कि वो सफारी पार्क के एरिया में ही है।
तलाश में जुटी थी 5 टीमेंशुक्रवार रात को जब शहरयार अपने बाड़े में नहीं लौटा तो हड़कंप मच गया। उसकी तलाश के लिए 5 टीमों को तैनात किया गया। सफारी पार्क में लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पूरे दिन ड्रोन से निगरानी की गई। जबकि रात में थर्मल इमेजिंग ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई। पूरे सफारी पार्क में 10 कैमरा ट्रैप भी लगाए गए। प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट व चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन राकेश कुमार डोगरा खुद रविवार को सफारी पार्क पहुंचे। उन्होंने खुद वहां पहुंचकर पूरे हालात का जायजा लिया। उन्होंने शेर की हर मूवमेंट की पूरी रिकॉर्डिंग करने के भी निर्देश दिए।
लेकिन वो लापता हो गया। यह सुनते ही चिड़ियाघर प्रशासन में हड़कंप मच गया कि आखिर शेर कहां गया। शहरयार को हाल ही में इस जू में लॉयन सफारी के लिए लाया गया है। 2023 में इसे बेंगलुरु के बानेरघटा बायोलॉजिकल पार्क से यहां लाया गया था। इस पार्क में जंगल का एरिया काफी ज्यादा है और दीवारें भी काफी सुरक्षित हैं।
सफारी पार्क में ही मिले पैरों के निशान3 अक्टूबर को वो लापता हो गया था। रातभर उसकी तलाश की गई। अगले दिन उसे फिर से सफारी पार्क की बाउंड्री में ही देखा गया। इससे अधिकारियों की जान में थोड़ी जान आई। रविवार को उसके पैरों के निशान ने इस बात की पुष्टि कर दी कि वो सफारी पार्क के एरिया में ही है।
तलाश में जुटी थी 5 टीमेंशुक्रवार रात को जब शहरयार अपने बाड़े में नहीं लौटा तो हड़कंप मच गया। उसकी तलाश के लिए 5 टीमों को तैनात किया गया। सफारी पार्क में लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पूरे दिन ड्रोन से निगरानी की गई। जबकि रात में थर्मल इमेजिंग ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई। पूरे सफारी पार्क में 10 कैमरा ट्रैप भी लगाए गए। प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट व चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन राकेश कुमार डोगरा खुद रविवार को सफारी पार्क पहुंचे। उन्होंने खुद वहां पहुंचकर पूरे हालात का जायजा लिया। उन्होंने शेर की हर मूवमेंट की पूरी रिकॉर्डिंग करने के भी निर्देश दिए।
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