नौकरी मिलेगी या नहीं, ये सिर्फ आपकी स्किल्स पर ही नहीं, आपके रिज्यूमे पर भी निर्भर करता है। और आपकी सीवी पहले से कहीं ज्यादा गहराई और अलग तरीके से स्कैन की जा रही है। तकनीक के इस दौर में बड़ी कंपनियां और स्टार्टअप्स अब रिसोर्स बचाने और सही उम्मीदवार चुनने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर रहे हैं। यानी आपका रिज्यूमे पहले इंसान नहीं, AI सिस्टम से होकर गुजरता है।
इस स्मार्ट सिस्टम को पास करने के लिए आपके रिज्यूमे का स्मार्ट होना भी जरूरी है। तो रिज्यूमे कैसा हो जो AI टेस्ट पास कर ले। AI रिज्यूमे की स्क्रीनिंग कैसे करता है? आप इसे कैसे बीट कर सकते हैं? जानिए सबकुछ।
AI रिज्यूमे स्क्रीनिंग कैसे होती है? आज की टेक्नोलॉजी के इस दौर में, AI को समझना और उसके हिसाब से तैयारी करना ही जॉब पाने की नई स्ट्रेटजी बन चुका है। अभी से सीखना शुरू कर दें। क्योंक AI ही आपके करियर को उड़ान दे सकता है। फिलहाल NBT AI करियर ग्रोथ वर्कशॉप में सीट बुक करके आप अपनी डेवलपमेंट जर्नी शुरू कर सकते हैं।
AI रिज्यूमे स्क्रीनिंग पास कैसे करें?
इस स्मार्ट सिस्टम को पास करने के लिए आपके रिज्यूमे का स्मार्ट होना भी जरूरी है। तो रिज्यूमे कैसा हो जो AI टेस्ट पास कर ले। AI रिज्यूमे की स्क्रीनिंग कैसे करता है? आप इसे कैसे बीट कर सकते हैं? जानिए सबकुछ।
AI रिज्यूमे स्क्रीनिंग कैसे होती है? आज की टेक्नोलॉजी के इस दौर में, AI को समझना और उसके हिसाब से तैयारी करना ही जॉब पाने की नई स्ट्रेटजी बन चुका है। अभी से सीखना शुरू कर दें। क्योंक AI ही आपके करियर को उड़ान दे सकता है। फिलहाल NBT AI करियर ग्रोथ वर्कशॉप में सीट बुक करके आप अपनी डेवलपमेंट जर्नी शुरू कर सकते हैं।
AI रिज्यूमे स्क्रीनिंग पास कैसे करें?
- जॉब डेस्क्रिप्शन में कीवर्ड्स को सही जगह डालें। जो स्किल्स और टूल्स मांगे गए हैं, उन्हें अपने रिज्यूमे में सही कॉन्टेक्स्ट में शामिल करें।
- साफ और स्ट्रक्चर्ड फॉर्मेट बुलेट प्वाइंट, क्लियर हेडिंग और प्रोफेशनल फॉन्ट का इस्तेमाल करें। टेबल्स या इंफोग्राफिक्स का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें।
- सिर्फ 'Managed social media campaigns' लिखने की जगह 'Managed 5 social media campaigns, increasing engagement by 30%.लिखें। नंबर AI और रिक्रूटर्स दोनों को अट्रैक्ट करते हैं।
- कभी-कभी AI केवल एक्जैक्ट वर्ड ही पहचानता है। इसलिए SEO के बजाय कभी-कभी Search Engine Optimization भी लिखें।
- हर जॉब के लिए एक ही रिज्यूमे न भें। हर बार उसे जॉब वैकेंसी के अनुसार ऑप्टिमाइज करें। जेनरिक रिज्यूमे अक्सर ATS में फेल हो जाते हैं।
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