बैंकिंग सेक्टर हमेशा से वाइट कॉलर जॉब के लिए पसंदीदा ऑप्शन रहा है। इस सेक्टर के जॉब रोल पिछले कुछ सालों के मुकाबले बदले हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते अब बैंक सेक्टर में रूटीन टास्क ऑटोमेटिक हो रहे हैं तो कस्टमर सर्विस भी बदलाव वाले दौर से गुजर रही है।
एआई के चलते बैंकिंग जॉब्स में फाइनेंशियल एक्सपीरिएंस और तकनीक की जानकारी, दोनों की जरूरत होने लगी है। अब कैंडिडेट को ऐसे स्किल सीखने की जरूरत है जो एआई के साथ मिलाकर काम करने की सुविधा दें और बैंकिंग सेक्टर के काम को आसान बनाएं।
बैंकिंग सेक्टर के पारंपरिक कामआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के आने के बाद बैंकिंग सेक्टर बदल रहा है इसलिए इसके पारंपरिक रोल्स में भी बदलाव हुए हैं। कुछ खास जॉब रोल्स पर एआई का दबदबा बन चुका है। इनके बारे में जानिए-
बैंकिंग सेक्टर में नई जॉब्सएआई की वजह से बैंकिंग सेक्टर में कई नई तरह जॉब्स भी आई हैं। इनसे बैंकिंग सेक्टर के काम में बदलाव और फायदा दोनों हुए हैं-
एआई के दौर में कैसे करें तैयारीएआई की अहमियत आपको समझ आ चुकी है और आप बैंकिंग सेक्टर में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो खास तैयारी आपको करनी होगी। इनके बारे में जान लीजिए-
ह्ययूमन सॉफ्ट स्किलह्यूमन सॉफ्ट स्किल में भी आपको एक्सपर्ट बनना पड़ेगा। इनके साथ ही एआई का बेहतर इस्तेमाल संभव हो पाएगा। दरअसल एआई कुछ काम कर रहा है तो कुछ काम अभी भी इंसानी समझ के हिसाब से हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए एआई का सही इस्तेमाल भी आना चाहिए। आपको खुद में क्या सुधार करने होंगे, जानिए-
टीममेट है एआईएआई को टीममेट की तरह देखें। अब जब एआई हर जगह है तब इसकी अहमियत समझते हुए इसे ऑफिस का जरूरी साथी मानने में ही समझदारी होगी। इसलिए एआई से जुड़े ऑनलाइन कोर्स भी किए जा सकते हैं। एआई के नए अपडेट पर भी नजर बनाकर रखिए।
एआई के चलते बैंकिंग जॉब्स में फाइनेंशियल एक्सपीरिएंस और तकनीक की जानकारी, दोनों की जरूरत होने लगी है। अब कैंडिडेट को ऐसे स्किल सीखने की जरूरत है जो एआई के साथ मिलाकर काम करने की सुविधा दें और बैंकिंग सेक्टर के काम को आसान बनाएं।
बैंकिंग सेक्टर के पारंपरिक कामआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के आने के बाद बैंकिंग सेक्टर बदल रहा है इसलिए इसके पारंपरिक रोल्स में भी बदलाव हुए हैं। कुछ खास जॉब रोल्स पर एआई का दबदबा बन चुका है। इनके बारे में जानिए-
- कस्टमर सर्विस: बैंकिंग में कस्टमर सर्विस एक जरूरी काम है, जिसे अब एआई से टेकओवर कर लिया है। आम तरह के सवालों को अब एआई-पॉवर्ड चैटबॉट्स और वर्चुअल असिस्टेंट हैंडल कर रहे हैं। इससे एंट्री लेवल पर ह्यूमन एजेंट की जरूरत कम हुई है।
- डेटा एंट्री: रेपेटेटिव बैक ऑफिस टास्क जैसे डेटा एंट्री, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और अकाउंट रीकॉन्सिलेशन को एआई के दौर में ऑटोमेटिक बना दिया गया है। इस तरह से कर्मचारी स्ट्रेटजिक कामों में ज्यादा समय दे पाते हैं।
- मेनुअल प्रोसेस: एआई एल्गोरिदम बड़े डेटा सेट को एनालाइज कर लेती है। इसमें अल्टरनेटिव डेटा सोर्स, क्रेडिट चेक और लोन अप्रूवल से जुड़े प्रोसेस भी शामिल हैं। इस तरह से मेनुअल कामों में कटौती हो जाती है। बैंकिंग अधिकारी कुछ और जरूरी कामों पर ध्यान दे पाते हैं।
- ऑनलाइन बैंकिंग: मोबाइल और ऑनलाइन बैंकिंग के इस दौर में एआई का रोल बढ़ा है। इससे ब्रांच में फुट फॉल को हैंडल करना आसान हो जाता है। अगर अपने करियर को नई उड़ान देनी है तो NBT Upskill's AI की करियर ग्रोथ वर्कशॉपआपकी काफी मदद कर सकती है। अभी रजिस्टर करके सीट बुक कर सकते हैं।
बैंकिंग सेक्टर में नई जॉब्सएआई की वजह से बैंकिंग सेक्टर में कई नई तरह जॉब्स भी आई हैं। इनसे बैंकिंग सेक्टर के काम में बदलाव और फायदा दोनों हुए हैं-
एआई के दौर में कैसे करें तैयारीएआई की अहमियत आपको समझ आ चुकी है और आप बैंकिंग सेक्टर में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो खास तैयारी आपको करनी होगी। इनके बारे में जान लीजिए-
- एआई के टेक्निकल स्किल: आपको एआई से जुड़े टेक्निकल स्किल भी समझने होंगे ताकि बैंकिंग के बदलते वर्किंग पैटर्न से कदम ताल मिलाया जा सके।
- डेटा एनालिटिक्स: मशीन लर्निंग टूल और एआई जेनरेटेड इनपुट के साथ काम करना आना चाहिए। डेटा विजुवलाइजेशन टूल की जानकारी भी आपको होनी चाहिए।
- फाइनेंशियल मॉडलिंग: फाइनेंस से जुड़ी फॉरकास्टिंग और रिस्क मॉडलिंग की स्पीड के साथ एक्युरेसी बेहतर करने वाले टूल्स की जानकारी भी आपको होनी चाहिए।
- एआई लिटरेसी: आपको मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और जेंरेटिव एआई सहित एआई कॉन्सेप्ट की समझ होनी चाहिए।
ह्ययूमन सॉफ्ट स्किलह्यूमन सॉफ्ट स्किल में भी आपको एक्सपर्ट बनना पड़ेगा। इनके साथ ही एआई का बेहतर इस्तेमाल संभव हो पाएगा। दरअसल एआई कुछ काम कर रहा है तो कुछ काम अभी भी इंसानी समझ के हिसाब से हो सकते हैं। लेकिन इसके लिए एआई का सही इस्तेमाल भी आना चाहिए। आपको खुद में क्या सुधार करने होंगे, जानिए-
- क्रिटिकल थिंकिंग
- इमोशनल इंटेलिजेंस
- कम्युनिकेशन
- निर्णय लेने की क्षमता
टीममेट है एआईएआई को टीममेट की तरह देखें। अब जब एआई हर जगह है तब इसकी अहमियत समझते हुए इसे ऑफिस का जरूरी साथी मानने में ही समझदारी होगी। इसलिए एआई से जुड़े ऑनलाइन कोर्स भी किए जा सकते हैं। एआई के नए अपडेट पर भी नजर बनाकर रखिए।
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