लाइव हिंदी खबर :- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों के लिए बायोएथेनॉल उत्पादन के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार का मक्का से बायोएथेनॉल बनाने का निर्णय किसान हित में साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि उस समय मक्का की बाजार दर केवल 1200 प्रति कुंतल थी, जबकि सरकार द्वारा तय एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) 1800 प्रति कुंतल था।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इससे पहले किसानों को अपनी फसल के लिए उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा था, जिससे आर्थिक समस्याएं बढ़ रही थी। सरकार के इस कदम ने इस असंतुलन को दूर किया और मक्का की खेती को लाभकारी बनाया। उन्होंने बताया कि आज पूरे देश में खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार राज्यों में मक्का की खेती तीन गुना बढ़ गई है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस उदाहरण से यह संदेश दिया कि सरकारी नीतियां और एमएसपी किसानों की आमदनी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बायोएथेनॉल उत्पादन से न केवल किसानों को बेहतर मूल्य मिला, बल्कि ऊर्जा क्षेत्र में इसका योगदान बढा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भविष्य में ऐसे कदमों से कृषि क्षेत्र को और सशक्त किया जाएगा और किसानों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने यह भी जोर दिया कि किसान केवल उत्पादन ही नहीं, बल्कि बेहतर मूल्य और बाजार तक पहुंच भी सुनिश्चित करने के लिए सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है।
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