भुवनेश्वर, 25 अगस्त . केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने Monday को ओडिशा के Chief Minister मोहन चरण मांझी से लोक सेवा भवन में मुलाकात की. इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य के सहकारिता क्षेत्र को मजबूत करने और केंद्र-राज्य समन्वय के तहत इसे गति देने पर व्यापक चर्चा की गई.
Chief Minister मांझी ने बैठक के दौरान State government द्वारा सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों और उपलब्धियों से Union Minister को अवगत कराया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार State government किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सहकारी संस्थाओं को मजबूत कर रही है.
Chief Minister ने Union Minister से कई अहम मुद्दों पर सहयोग की मांग की. इनमें प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पीएसीएस) की ऋण चुकाने की अवधि को 5 साल से बढ़ाकर 10 साल करने की मांग, बरांबा और बलांगीर की बंद पड़ी शुगर मिलों का पुनर्जीवन, गोपालपुर में नेशनल त्रिपुरा कोऑपरेटिव यूनिवर्सिटी का सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव, हर जिले और उपखंड में कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस की स्थापना, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को मजबूत करना और नवगठित पीएसीएस को वित्तीय सहायता प्रदान करना प्रमुख रूप से शामिल हैं.
बैठक के दौरान यह भी तय हुआ कि अब पीएसीएस केवल ऋण देने तक सीमित नहीं रहेंगी, बल्कि उन्हें बहु-आयामी व्यापारिक गतिविधियों में भी लगाया जाएगा.
Union Minister मोहोल ने ‘सहकार से समृद्धि’ के लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि देशभर में 2 लाख नए बहुउद्देशीय पीएसीएस (एम-पीएसीएस) की स्थापना की योजना है, जिसमें ओडिशा की सक्रिय भागीदारी जरूरी है. उन्होंने बताया कि पीएसीएस को विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना का भी हिस्सा बनाया जाएगा.
मुरलीधर मोहोल ने ओडिशा सरकार द्वारा सहकारिता क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि केंद्र सरकार पहले से ही देशभर में सहकारी विकास को लेकर कई योजनाएं चला रही है, जिनमें कुछ को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लिया गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि ओडिशा को हर संभव सहायता दी जाएगी ताकि सहकारी ढांचे को और मजबूत किया जा सके.
इस बैठक में मुख्य सचिव मनोज आहूजा, सहकारिता सचिव राजेश प्रभाकर पाटिल, मत्स्य एवं पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव सुरेश कुमार वशिष्ठ, Government of India के संयुक्त सचिव रमन कुमार और आनंद झा, और ओएमफेड के प्रबंध निदेशक विजय अमृत कुलंगे समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
गौरतलब है कि मुरलीधर मोहोल, जो नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री भी हैं, वे Monday को भुवनेश्वर में आयोजित पूर्वी क्षेत्र नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने आए थे.
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वीकेयू/डीकेपी
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