लंदन, 2 जून . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन की शैडो विदेश सचिव प्रीति पटेल और उनकी टीम के साथ बैठक की. इसमें सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने में भारत के दृढ़ संकल्प को साझा किया गया, इस बात को बताया गया कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद का मुकाबला करने के भारत के प्रयासों में नई सामान्य स्थिति का उदाहरण है.
रविवार शाम को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लंदन स्थित भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में कहा, “सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश सचिव प्रीति पटेल और उनकी टीम से मुलाकात की और सीमा पार आतंकवाद से निपटने में भारत के दृढ़ संकल्प को साझा किया. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे ऑपरेशन सिंदूर इस चल रहे प्रयास में भारत द्वारा निर्धारित नए सामान्य का उदाहरण है.”
लंदन स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “आज सुबह सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने भारत-ब्रिटेन संबंधों और आतंकवाद से निपटने में सहयोग के बारे में जानकारी दी. प्रतिनिधिमंडल ने भारत के संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ पर डॉ. बीआर अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के लिए अंबेडकर संग्रहालय का दौरा किया. इस अवसर पर, प्रतिनिधिमंडल ने याद किया कि पाकिस्तान समर्थित और निर्देशित आतंकवाद के सबसे जघन्य उदाहरणों में से एक 26/11 मुंबई हमला 26 नवंबर, 2008 को शुरू किया गया था, वह तारीख जो 1949 में भारत के संविधान को अपनाने का प्रतीक है.”
लंदन स्थित भारतीय दूतावास ने आगे बयान में कहा, “इसके बाद, प्रतिनिधिमंडल ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए टैविस्टॉक स्क्वायर गार्डन का दौरा किया. गांधीजी की विरासत को याद करते हुए, उन्होंने उनके इस विश्वास की पुष्टि की कि “सही होने का कोई निरपेक्ष और सार्वभौमिक मानक नहीं है, इसलिए आतंकवाद को हर मामले में गलत माना जाना चाहिए”.”
बयान में कहा गया, “शाम को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने इंडिया हाउस में विशाल और विविध भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत की. प्रतिनिधिमंडल ने सभी प्रकार के आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के एकजुट रुख और अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की. उन्होंने आतंकवाद के किसी भी और सभी कृत्यों का निर्णायक ढंग से जवाब देने के लिए भारत की तत्परता पर जोर दिया और ऐसे खतरों के प्रति देश की शून्य सहनशीलता की नीति को रेखांकित किया. प्रतिनिधिमंडल ने रात्रिभोज पर विदेश सचिव और सांसद प्रीति पटेल और उनकी टीम से भी मुलाकात की.”
रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और समिक भट्टाचार्य, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना, कांग्रेस सांसद अमर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और पूर्व राजदूत पंकज सरन और एम. थंबीदुरई (एआईएडीएमके) शामिल हैं. यह प्रतिनिधिमंडल 31 मई को लंदन पहुंचा.
इससे पहले रविवार शाम को लंदन स्थित भारतीय दूतावास ने भी एक अन्य ‘एक्स’ पोस्ट में कहा, “सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने आज लंदन स्थित इंडिया हाउस में विशाल और विविध भारतीय प्रवासियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की. उन्होंने सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के एकजुट रुख और अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की, तथा आतंकवाद के किसी भी और सभी कृत्यों को निर्णायक रूप से दंडित करने के लिए भारत की तत्परता को रेखांकित किया.
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के अपने सम्मानित सहयोगियों के साथ, मुझे लंदन में डॉ. बीआर अंबेडकर संग्रहालय का दौरा करने का सौभाग्य मिला, जहां हमने डॉ. अंबेडकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. हम इस ऐतिहासिक भवन में आकर गौरवान्वित महसूस करते हैं, जहां अंबेडकर दो साल तक रहे थे. भारत सरकार ने इस महत्वपूर्ण आवास को अधिग्रहित कर संरक्षित किया है, जिसका रखरखाव अब भारतीय उच्चायोग की ओर से किया जाता है. पुष्प अर्पित करके, हमने इस महान भारतीय नेता और श्रद्धेय सुधारक को अपना सम्मान दिया. यह उल्लेखनीय है कि अंबेडकर के जीवन और कार्य से जुड़े सभी पांच स्थलों को ‘स्मृति स्थल’ के रूप में संरक्षित किया गया है, जो उनकी स्थायी विरासत को दर्शाता है. मैं उनके उल्लेखनीय योगदान के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं. इसके अलावा, हमने आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए भारतीय लोकतंत्र की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की.”
भाजपा सांसद प्रसाद ने कहा, “सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के अपने सहयोगियों के साथ मैंने मध्य लंदन के टैविस्टॉक स्क्वायर गार्डन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की.”
भाजपा सांसद और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में से एक गुलाम अली खटाना ने विशेष बातचीत में कहा, “लंदन के अंबेडकर संग्रहालय में भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर को उनकी 75वीं वर्षगांठ पर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. न्याय, समानता और लोकतंत्र की उनकी चिरस्थायी विरासत का सम्मान किया गया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने के हमारे लोकतांत्रिक संकल्प की पुष्टि की गई.”
समिक भट्टाचार्य ने समाचार एजेंसी को बताया, “बाबासाहेब अंबेडकर एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जो धर्म से ऊपर उठ गए थे. उन्होंने भारत में जातिवाद को एक सामाजिक वास्तविकता के रूप में पहचाना और यह सुनिश्चित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया कि प्रत्येक नागरिक को उसके अधिकार मिलें. देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, विशेष रूप से संविधान सभा में भारतीय संविधान के निर्माण के दौरान, सर्वविदित है.”
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एएसएच/एएस
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