Mumbai , 25 अक्टूबर . श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर Maharashtra के Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने उनके बलिदान को याद किया है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के बलिदान का 350वां वर्ष है. श्री गुरु तेग को सिखों की चादर नहीं, बल्कि हिंद की चादर कहा जाता था, क्योंकि उनका बलिदान देश और उन लोगों के लिए था, जिन्हें औरंगजेब अपना धर्म छोड़ने के लिए मजबूर कर रहा था.
उन्होंने कहा कि औरंगजेब जानता था कि अगर कश्मीरी पंडित अपना धर्म छोड़ दें, तो वह सभी परंपराओं को बदल सकता है. श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने इसे चुनौती दी. श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी को अपना धर्म बदलने के लिए मजबूर किया गया, लेकिन उन्होंने अपना धर्म, राज्य का धर्म, छोड़ने से इनकार कर दिया और खुद को बलिदान करना पसंद किया.
उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं ने देश के लिए सभी लड़ाइयां लड़ी हैं. जो समाज अपना इतिहास भूल जाता है उसका कोई भविष्य नहीं होता. अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए कई लोग बैठे हैं, लेकिन हमें एकजुट करने वाली ताकतों का सम्मान किया जाना चाहिए. गुरुओं के भी यही प्रयास रहे हैं.
इस दौरान Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहादत जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में भाग लिया. ‘हिंद-दी-चादर’ नामक इस कार्यक्रम में धार्मिक स्वतंत्रता के लिए गुरु के बलिदान का स्मरण किया गया.
वहीं, New Delhi में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व Chief Minister अरविंद केजरीवाल ने भी उनके बलिदान को याद किया है.
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि हिंद दी चादर, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, जिन्होंने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपना शीश कुर्बान कर दिया. इस लासानी शहादत की 350वीं वर्षगांठ पंजाब Government श्रद्धा और सम्मान के साथ मना रही है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के गुरुद्वारा सीस गंज साहिब में 25 अक्टूबर को गुरु साहिब के चरणों में अरदास के साथ समागमों की शुरुआत. गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब, दिल्ली में विशाल कीर्तन दरबार में गुरु रूप संगत गुरु साहिब के उपदेशों को स्मरण किया जाएगा.
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एमएस/डीकेपी





