चित्तौड़गढ़, 27 अगस्त (Indias News). Rajasthan के चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात बड़ा हादसा हो गया, जब गूगल मैप की सहायता से रास्ता खोज रही एक वैन तीन साल से बंद पड़ी पुलिया पर पहुंच गई और तेज बहाव के कारण बनास नदी में बह गई. हादसे में वैन सवार चार लोग लापता हो गए, जबकि पांच लोगों को पुलिस व ग्रामीणों ने सुरक्षित बचा लिया.
पुलिस के अनुसार, भूपालसागर थाना क्षेत्र के कानाखेड़ा निवासी एक परिवार के 9 सदस्य सवाईभोज दर्शन के लिए भीलवाड़ा गए थे. लौटते समय इन्होंने गूगल मैप की मदद ली और बनास नदी पर सोमी-उपरेडा पुलिया तक पहुंच गए, जो काफी समय से बंद थी और ऊपर से पानी बह रहा था. चालक ने वैन को पुलिया पर उतार दिया, जहां गड्ढे में फंसकर वैन तेज बहाव में बह गई. जैसे-तैसे वैन में सवार लोगों ने सहायता के लिए आवाज लगाई. ग्रामीणों व पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नाव की मदद से पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, जबकि चार लोग पानी में बह गए, जिनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं. सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया, लेकिन अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू अभियान देर रात शुरू नहीं किया जा सका.
इस हादसे में वैन में सवार सभी नौ लोग आपस में रिश्तेदार थे और गाडरी समाज के थे. बचाए गए लोगों में मदनलाल (25), हितेश (16), लीला (18), काव्यांश (9 माह) और आयांश (9 माह) शामिल हैं. जबकि चंदा (21), ममता (25), खुशी (4) और रूत्वी (6) अब भी लापता हैं. इन चारों की तलाश के लिए सिविल डिफेंस टीम जुटी हुई है.
सूत्रों के अनुसार, मातृकुंडिया बांध में पानी की आवक के चलते प्रशासन ने पुलिया पर जाने वाले रास्ते बंद किए थे और चेतावनी दी थी. परिजनों को जानकारी नहीं थी कि सोमी-उपरेडा पुलिया तीन साल से बंद है. जेसीबी से अवरोध मिलने पर उन्होंने गूगल मैप के जरिए दूसरा रास्ता चुन लिया, जिससे हादसा हो गया.
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