जयपुर, 22 अप्रैल . भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर महिलाओं के प्रति असंवेदनशील और अपमानजनक रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
उन्होंने सपा सांसद रामजी लाल सुमन के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि सुमन ने एक दलित बच्ची के साथ हुए बलात्कार को मामूली घटना करार दिया और सुझाव दिया कि इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को मौके पर आने की कोई जरूरत नहीं है. पूनावाला ने इसे सपा की ‘बलात्कारियों को बचाने’ वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण बताया और कहा कि यह उनकी संवेदनहीन सोच को दर्शाता है.
पूनावाला ने सपा की मानसिकता को ‘बॉयज विल बी बॉयज’ जैसा करार दिया, जहां बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों को हल्के में लिया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब सपा नेता नवाब यादव पर बलात्कार का आरोप लगा, तो डीएनए टेस्ट की मांग की जाती है, जब बलात्कारी उनके वोट बैंक से होता है, तो सपा चुप्पी साध लेती है. उन्होंने सुमन पर महावीर राणा सांगा जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व का अपमान करने का भी आरोप लगाया, जिसे उन्होंने सपा की संकीर्ण सोच का हिस्सा बताया.
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नारा ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ केवल दिखावा है, क्योंकि वह अपनी गठबंधन सहयोगी सपा के इस रवैये पर खामोश रहती है. पूनावाला ने कर्नाटक के कांग्रेस गृहमंत्री के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने यौन उत्पीड़न के मामलों को सामान्य घटना बताया. इसके अलावा, कांग्रेस नेता शांति धारीवाल के महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक बयान को भी उन्होंने दोनों पार्टियों की ‘महिला-विरोधी और विकृत’ मानसिकता का हिस्सा बताया.
पूनावाला ने कहा कि सपा और कांग्रेस का यह रवैया उनकी वोटबैंक की राजनीति को उजागर करता है. यही कारण है कि दोनों पार्टियां समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध करती हैं, क्योंकि यह उनके राजनीतिक हितों के खिलाफ है.
–
पीएसएम/एएस
The post first appeared on .
You may also like
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले अजमीना ने पिता को किया याद, बोलीं- पापा के लिए खेल रही हूं
बलरामपुर : वाड्रफनगर एसडीएम की निजी कार गढ्ढे में जा गिरी, सभी सुरक्षित
सोनीपत में रोहणा गांव में युवक की गोली मारकर हत्या, पांच पर केस दर्ज
यमुनानगर: केंद्र सरकार का वित्त अधिनियम बिल पेंशनभोगियों पर बड़ा हमला: जोत सिंह
कटनी : स्कूली शिक्षक वीडियो कांड, शिक्षक ने बच्चों काे शराब नहीं स्प्राइट पिलाई थी