Patna, 3 सितंबर . Prime Minister Narendra Modi के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी मामले में राजद नेता और बिहार के पूर्व उपChief Minister तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने Wednesday को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसी की भी मां को अपशब्द कहना उचित नहीं है और न ही यह भारतीय संस्कारों का हिस्सा है. हम लोग इसके पक्षधर भी नहीं हैं. मां, किसी भी हो मां होती है. मां का नाम लेने से सुकून मिलता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं का इतिहास महिलाओं का अपमान करने और विपक्षी नेताओं पर अभद्र टिप्पणी करने से भरा रहा है. प्रज्वल रेवन्ना के प्रचार में खुद पीएम मोदी गए. इससे पहले सोनिया गांधी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया, नीतीश कुमार के डीएनए तक पर सवाल उठाया गया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि यही नहीं, भाजपा के विधायक ने सदन में मुझे अपशब्द कहे थे. भाजपा के प्रवक्ता कई बार महिलाओं का अपमान कर चुके हैं. जिसने राजद की महिला प्रवक्ता को निर्वस्त्र घुमाने की बात की, उसे भाजपा ने अपनी पार्टी में शामिल किया, तब Prime Minister कहां थे?
राजद नेता ने आगे कहा कि देश और बिहार की जनता सब कुछ जानती और समझती है. यह दिखावटी, मिलावटी राजनीति से काम नहीं चलने वाला है. पीएम मोदी विदेश में थे, जब यहां आए तो उन्हें रोना आया.
एनडीए के चार सितंबर के बिहार बंद को लेकर उन्होंने कहा कि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा डरी हुई है. वोटर अधिकार यात्रा में जो जनसैलाब, जनसमर्थन उमड़ा है, उससे इनकी बेचैनी बढ़ी हुई है.
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द वाले मुद्दे पर पलटवार करते हुए social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लंबा चौड़ा पोस्ट किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, ”मां तो मां होती है. मां शब्द जुबान पर आते ही कितना सुकून मिलता है. जो बेजुबान है मां तो उनकी भी होती है. किसी को भी किसी की भी मां-बहन-बेटी के प्रति अपशब्द नहीं बोलना चाहिए. इस दुनिया में मौजूद हर इंसान, जीव-जंतु, पशु-पक्षी सभी मां की ही पैदाइश है. Prime Minister मोदी महिलाओं और लड़कियों से बलात्कार करने वाले प्रज्वल रेवन्ना का प्रचार कर उसे जिताने की अपील करें तो वह पीएम मोदी का मास्टर स्ट्रोक. ”
उन्होंने आगे लिखा, ”पीएम मोदी ने Chief Minister नीतीश कुमार की पैदाइश पर यह कहते हुए सवाल उठाए कि इनका डीएनए ही खराब है, अर्थात् इनका खून ही खराब और ग़लत है तो, वह सही है? जेडीयू के लोग बताएं जो नख और बाल काट पीएमओ को भेजे थे उनकी रिपोर्ट आ गई है क्या? भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल कल टेसू बहा रहे थे, वही आदमी कुछ दिन पहले कह रहे थे कि उनसे बड़ा अपशब्द कहने वाला कोई नहीं है. बिहारियों को गुजरात में अपशब्द कहे जाते हैं तो Prime Minister चुप रहते हैं. बेरोजगारों और युवाओं को अपमानजनक टिप्पणी के साथ लाठी से पीटा जाता है तो इनके आंसू नहीं निकलते है. किसान आंदोलन में हजारों किसान मारे गए. किसान और नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं, लॉकडाउन में मजदूर पैदल चले, लाखों लोग मारे गए तब नहीं रोए . पुलवामा-पहलगाम और गलवान घाटी में हमारे सैनिक मारे गए जब इनके टेसू नहीं निकले. ये दोहरे चरित्र के लोग हैं. ये लोग वोट चोरी से ध्यान हटाने के लिए प्रपंच रच रहे हैं.”
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एमएनपी/एसके/जीकेटी
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