उज्जैन, 19 अक्टूबर . दीपावली के त्योहार पर Sunday तड़के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती की गई है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. सुबह 4 बजे संपन्न हुई इस आरती में हजारों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन के लिए देर रात से ही कतारों में खड़े रहे.
मंदिर के पट खुलते ही पुजारियों ने गर्भगृह में विराजमान भगवान महाकाल का पंचामृत (दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस) से अभिषेक कर पूजन-अर्चन किया. इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई.
बाबा महाकाल का भांग से दिव्य श्रृंगार किया गया, जो इसकी विशेषता रही. साथ ही, उनके मस्तक पर ‘राम’ नाम अंकित किया गया. बाबा को नया मुकुट, रुद्राक्ष की माला और मुंडमाला धारण कराई गई. जब भक्तों ने राममय स्वरूप में सजे बाबा महाकाल के दर्शन किए तो पूरा मंदिर परिसर ‘जय श्री महाकाल’ और ‘जय श्रीराम’ के जयघोषों से गूंज उठा.
इसी क्रम में श्री महाकालेश्वर मंदिर में लगभग 50,000 वर्ग फीट क्षेत्रफल में विशाल रंगोली निर्माण कार्य चल रहा है, जो दीपोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा.
इस रंगोली को बनाने में कुल 30 कलाकारों की दो टीमें जुटी हैं. ‘द स्केचर्स’ और ‘कला मंच उज्जैनी’ समूह के 20 कलाकार पंकज सहरा के नेतृत्व में काम कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम में कुंज बिहारी पांडे के निर्देशन में 10 कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरा कार्य मंदिर के सहायक प्रशासक आशीष फलवाडिया के मार्गदर्शन में किया जा रहा है.
मंदिर के सहायक प्रशासक आशीष फलवाडिया के मार्गदर्शन में यह कलात्मक कार्य चल रहा है. यह भव्य रंगोली दीपोत्सव के अवसर पर मंदिर की शोभा बढ़ाएगी और आने वाले श्रद्धालुओं के मन को मोह लेगी. महाकाल मंदिर प्रशासन इस अनूठी कलाकृति के माध्यम से दीपोत्सव को और भी यादगार बनाने का प्रयास कर रहा है.
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डीसीएच/एएस
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