गौतमबुद्धनगर, 10 अक्टूबर . कानून व्यवस्था और जनसेवा के प्रति समर्पण का परिणाम एक बार फिर गौतमबुद्धनगर Police ने अपने नाम किया है.
Chief Minister दर्पण डैशबोर्ड की सितंबर समीक्षा रिपोर्ट में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को उत्तर प्रदेश के सभी Police कमिश्नरेटों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि प्रदेश के सभी जनपदों की श्रेणी में इसे द्वितीय स्थान हासिल हुआ है. यह सफलता Police कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में दक्ष एवं पारदर्शी Policeिंग के मॉडल को दर्शाती है.
डैशबोर्ड समीक्षा में कुल 51 बिंदुओं पर मूल्यांकन किया गया, जिनमें 112 पीआरवी रिस्पांस टाइम, अग्नि सुरक्षा एनओसी जारी करने की गति, अनुसूचित जाति एवं जनजाति से जुड़े गंभीर अपराधों (हत्या/बलात्कार) पर कार्यवाही, आग से हुए नुकसानों का आंकलन, आबकारी एवं एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई, गुंडा एवं गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तारी, 1090 पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण, कर्मचारी, किराएदार एवं घरेलू सहायता सत्यापन, चरित्र प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया, लंबित विवेचनाओं में कमी, पॉक्सो एक्ट में प्रभावी कार्यवाही तथा जनसुनवाई एवं सीसीटीएनएस संबंधित शिकायतों के समाधान जैसे महत्वपूर्ण मानक शामिल थे.
इन सभी बिंदुओं पर त्वरित, प्रभावी और सतत अभियान चलाकर गौतमबुद्धनगर Police ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ‘ए श्रेणी की रैंकिंग’ प्राप्त की. यह उपलब्धि Police बल के प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मी की मेहनत, सतर्कता और जनसहभागिता आधारित कार्यशैली को दर्शाती है.
Police कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस उपलब्धि पर Police टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह रैंकिंग आमजन के विश्वास और Police-जन सहयोग का परिणाम है.
उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी इसी समर्पण के साथ कार्य करते हुए गौतमबुद्धनगर को सुरक्षा और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित किया जाएगा.
–
पीकेटी/एबीएम
You may also like
राष्ट्रीय स्तर पर दो नवाचार पुरस्कारों से सम्मानित हुए डीसी
जीतू के तीरंदाजी टीम में चयन पर सुदेश ने किया सम्मानित
पुलिस पर जानलेवा हमला करने के दो आरोपितों को चार-चार वर्ष की कारावास
अमजद खान: चाय के प्रति दीवानगी और सेट पर भैंस लाने की कहानी
भुवनेश्वर में चमकी मप्र की सोनम परमार, 5000 मीटर दौड़ में जीता गोल्ड