कमांडो, जो कि सबसे कुशल और विशेष सैनिक माने जाते हैं, हर देश की सेना में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। ये अत्याधुनिक हथियारों के साथ-साथ हाथ से लड़ाई में भी माहिर होते हैं। जब सामान्य सैनिक पीछे हटते हैं, तब ये मोर्चा संभालते हैं और अक्सर विशेष ऑपरेशनों में भाग लेते हैं।
कमांडोज का अंडरवियर न पहनने का कारण
कमांडोज अंडरवियर न पहनने का एक प्रमुख कारण 1970 के दशक में अमेरिका और वियतनाम युद्ध से जुड़ा है। उस समय अमेरिकी सैनिकों को गर्म और उमस भरे जंगलों में लड़ाई करनी पड़ी, जहां उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
अमेरिकी सैनिकों ने देखा कि टाइट अंडरवियर पहनने से उन्हें फंगल इंफेक्शन हो रहा था। इस समस्या को देखते हुए, डॉक्टरों ने सलाह दी कि सैनिक अंडरवियर न पहनें।
अन्य ऐतिहासिक घटनाएँ
1982 में फॉकलैंड्स युद्ध के दौरान, ब्रिटिश कमांडोज ने डायरिया की समस्या का सामना किया। अधिकारियों ने उन्हें बिना अंडरवियर रहने की सलाह दी ताकि वे बार-बार पैंट न खोलें।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भी कमांडोज ने अंडरवियर न पहनने का विकल्प चुना, क्योंकि उन्हें पानी और जमीन दोनों में लड़ाई करनी थी।
समय के साथ बदलाव
हालांकि, समय के साथ कमांडोज की ड्रेस में बदलाव आया है। अब विशेष प्रकार के शॉर्ट्स और अंडरवियर बनाए जा रहे हैं, जो पसीना सोखने वाले और एंटी फंगल होते हैं।
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