दशहरे से पहले सोने का भाव आसमान पर पहुंच गया है। आज अष्टमी के दिन भी कीमतें रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंच गई। इसके अलावा दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में भी गोल्ड रिजर्व बढ़ता जा रहा है। निवेशक भी सोने में निवेश ज्यादा कर रहे हैं जिसके कारण गोल्ड की डिमांड बढ़ती जा रही है। अमेरिका के पास तो गोल्ड रिजर्व ने हाल ही में नया रिकॉर्ड बनाया है।
गोल्ड की कीमत में 45% की तेजीअमेरिका के गोल्ड रिजर्व में इस साल रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज हुई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब अमेरिका का गोल्ड रिजर्व एक ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है। गोल्ड की कीमतें बढ़ने के पीछे के कई कारण है। जिनमें भू राजनीतिक तनाव के साथ ही ट्रेड वॉर और डॉलर के भाव में आ रही कमजोरी है। गोल्ड की बढ़ती डिमांड भी कीमत बढ़ाने के पीछे का कारण है।
इस देश के पास है सबसे बड़ा रिजर्वदुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व अमेरिका के पास है। अमेरिका का गोल्ड रिजर्व एक ट्रिलियन से ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका के पास लगभग 261.5 मिलियन औंस सोना है। जिसकी कीमत लगभग 99 अरब डॉलर से ज्यादा होगी हालांकि इसकी कीमत सरकारी बुक में 11 अरब डॉलर दर्ज है। अमेरिका का गोल्ड रिजर्व इतना है कि वहां के बजट घाटे के आधे हिस्से को वह कवर कर सकता है।
किसके पास कितना है गोल्ड रिजर्वअमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है। जो जर्मनी के रिजर्व से भी डबल है। रूस और चीन के पास गोल्ड रिजर्व लगभग 2300 टन है। इसके अलावा भारत का गोल्ड रिजर्व लगभग 880 मीट्रिक टन है। सोने के रिजर्व को किसी देश की आर्थिक स्थिति का प्रतिक माना जाता है। भारत से ज्यादा गोल्ड रिजर्व इटली, फ्रांस , चीन, रूस, स्वीटजरलैंड और जापान के पास है। भारत और चीन जैसे देश डॉलर पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
सोने के बढ़ते भावसोने की कीमतें पिछले कुछ दिनों से लगातार नए रिकॉर्ड बनाती जा रही है। सोने के भाव बढ़ने से निवेशक तो गदगद हो गए हैं, लेकिन आम जनता की परेशानी बढ़ गई है। त्यौहारी सीजन में भी जनता सोना नहीं खरीद पा रही है। कई विश्लेषक भी यह कह चुके हैं कि आने वाले दिनों में सोने के भाव में और उछाल देखा जा सकता है।
गोल्ड की कीमत में 45% की तेजीअमेरिका के गोल्ड रिजर्व में इस साल रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज हुई है। ऐसा पहली बार हुआ है जब अमेरिका का गोल्ड रिजर्व एक ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है। गोल्ड की कीमतें बढ़ने के पीछे के कई कारण है। जिनमें भू राजनीतिक तनाव के साथ ही ट्रेड वॉर और डॉलर के भाव में आ रही कमजोरी है। गोल्ड की बढ़ती डिमांड भी कीमत बढ़ाने के पीछे का कारण है।
इस देश के पास है सबसे बड़ा रिजर्वदुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व अमेरिका के पास है। अमेरिका का गोल्ड रिजर्व एक ट्रिलियन से ज्यादा है। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका के पास लगभग 261.5 मिलियन औंस सोना है। जिसकी कीमत लगभग 99 अरब डॉलर से ज्यादा होगी हालांकि इसकी कीमत सरकारी बुक में 11 अरब डॉलर दर्ज है। अमेरिका का गोल्ड रिजर्व इतना है कि वहां के बजट घाटे के आधे हिस्से को वह कवर कर सकता है।
किसके पास कितना है गोल्ड रिजर्वअमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व है। जो जर्मनी के रिजर्व से भी डबल है। रूस और चीन के पास गोल्ड रिजर्व लगभग 2300 टन है। इसके अलावा भारत का गोल्ड रिजर्व लगभग 880 मीट्रिक टन है। सोने के रिजर्व को किसी देश की आर्थिक स्थिति का प्रतिक माना जाता है। भारत से ज्यादा गोल्ड रिजर्व इटली, फ्रांस , चीन, रूस, स्वीटजरलैंड और जापान के पास है। भारत और चीन जैसे देश डॉलर पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं।
सोने के बढ़ते भावसोने की कीमतें पिछले कुछ दिनों से लगातार नए रिकॉर्ड बनाती जा रही है। सोने के भाव बढ़ने से निवेशक तो गदगद हो गए हैं, लेकिन आम जनता की परेशानी बढ़ गई है। त्यौहारी सीजन में भी जनता सोना नहीं खरीद पा रही है। कई विश्लेषक भी यह कह चुके हैं कि आने वाले दिनों में सोने के भाव में और उछाल देखा जा सकता है।
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