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सौरव गांगुली का बड़ा बयान: मोहम्मद शमी पूरी तरह फिट, टीम इंडिया में वापसी के हकदार

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Mohammed Shami (Image Credit- Twitter/X)

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी दो मैचों की घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए शमी को नज़रअंदाज़ करने के चयनकर्ताओं के फ़ैसले पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाया है। शमी, जिन्होंने आखिरी बार फरवरी-मार्च में खेली गयी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए खेला था। शमी घरेलू क्रिकेट में फिटनेस और फॉर्म साबित करने के बावजूद लगातार टीम से बाहर हैं।

एक अनुभवी खिलाड़ी का इस तरह बाहर रहना, ख़ासकर रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बाद, पूर्व खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच विवाद का एक प्रमुख विषय बन गया है। गांगुली ने ज़ोर देकर कहा कि उन्हें “कोई कारण नज़र नहीं आता कि वह भारत के लिए टेस्ट मैच, वनडे और टी20 क्रिकेट क्यों नहीं खेल सकते।”

शमी का ‘जबरदस्त कौशल’ और रणजी में फिटनेस का प्रमाण

गांगुली का मज़बूत रुख घरेलू सर्किट में शमी के हालिया ज़बरदस्त प्रदर्शन पर आधारित है। उन्होंने दावा किया कि 35 वर्षीय यह गेंदबाज़ पूरी तरह से फिट है और “असाधारण रूप से अच्छी” गेंदबाज़ी कर रहा है, जिसने फिलहाल खेली जा रही रणजी ट्रॉफी में बंगाल को अकेले दम पर मैच जिताए हैं।

2023 वनडे विश्व कप में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद पैर की सर्जरी करवाने के बावजूद, शमी ने जल्द ही अपनी फिटनेस साबित कर दी थी। अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ ने तीन रणजी ट्रॉफी मैचों में 91 ओवर फेंके, इस दौरान 15 विकेट हासिल किए, जिससे उनकी सहनशक्ति और मैच फिटनेस स्पष्ट होती है। गांगुली ने बल देते हुए कहा कि फिटनेस और “विशाल कौशल” दोनों के मामले में, शमी अभी भी वही उच्च-स्तरीय गेंदबाज़ हैं, जिसे क्रिकेट की दुनिया जानती है। उनका मानना है कि चयनकर्ता एक ऐसे अनुभवी मैच विनर को अनदेखा करके गलती कर रहे हैं।

हालांकि, चयनकर्ता टेस्ट फॉर्मेट के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप जैसे युवा तेज़ गेंदबाज़ों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, गांगुली का संदेश एकदम साफ है। वह मानते हैं कि देश के लिए प्रदर्शन करने की शमी की प्रतिभा और भूख को किसी भी कीमत पर नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।

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