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इन वजहों से एशिया कप फ़ाइनल में पाकिस्तान को हल्के में नहीं ले सकता भारत

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image FADEL SENNA/AFP via Getty Images 41 साल में पहली बार भारत और पाकिस्तान एशिया कप के फ़ाइनल मैच में आमने-सामने होंगे

''फ़ाइनल में भारत को कैसे हराया जा सकता है, अब सबसे ज़रूरी सवाल यही है. क्या पाकिस्तानी टीम, भारत के सामने मेंटल ब्लॉक और प्रेशर में आ जाती है?''

सुपर 4 में पाकिस्तान और बांग्लादेश का मैच ख़त्म होने के बाद एक पत्रकार ने पाकिस्तानी टीम के हेड कोच माइक हेसन से यह सवाल किया तो उन्होंने यह जवाब दिया.

''मुझे ऐसा नहीं लगता. एशिया कप में भारत के ख़िलाफ़ हम जो दूसरा मैच खेले थे, उसमें पहले की तुलना में कहीं बेहतर थे. हम लड़ाई में थे और हमें हराने के लिए अभिषेक शर्मा को असाधारण पारी खेलनी पड़ी.''

उन्होंने कहा, ''इंडिया से जीतना है तो हमें उन्हें ज़्यादा लंबे वक़्त के लिए प्रेशर में डालना होगा, क्योंकि ऐसा ना करने पर वो कंट्रोल कर लेते हैं. इसी वजह से वो दुनिया की टॉप टीम हैं. और यही चैलेंज है.''

माइक हेसन ने इसके आगे एक लाइन कही, जिससे सभी इत्तफ़ाक रखेंगे.

''हम 14 सितंबर को खेले हैं और 21 सितंबर को भी खेले हैं, लेकिन जो मैच सबसे ज़रूरी है, वो अब खेला जाना है. यही मैच काउंट करता है और इसी पर हमारा फ़ोकस है.''

28 सितंबर को जब भारत और पाकिस्तान एशिया कप के फ़ाइनल में आमने-सामने होंगे तो कोई भी जीते, इतिहास लिखा जाएगा, क्योंकि इससे पहले ये टीमें कभी भी इस टूर्नामेंट के अंतिम मुकाबले में नहीं भिड़ी हैं.

साल 1984 में शुरू हुए एशिया कप के 41 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है.

भारत ने ये टूर्नामेंट अब तक सबसे ज़्यादा आठ बार जीता है और श्रीलंका ने छह बार ये टाइटल अपने नाम किया है. पाकिस्तान ने दो बार ये टूर्नामेंट जीता है. बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान अब तक खाली हाथ हैं.

पाकिस्तान को एक मैच में हराने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा था कि दोनों टीमों के बीच अब कोई राइवलरी नहीं बची है. और इसके बारे में अब सवाल करना भी बंद कर देना चाहिए.

फ़ाइनल मैच का प्रेशर अलग होता है image SAJJAD HUSSAIN/AFP via Getty Images एशिया कप 2025 के सुपर फोर मैच में भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव का विकेट लेने के बाद पाकिस्तान के हारिस रऊफ (दाएं) जश्न मनाते हुए.

जाने-माने क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज़ मेमन से जब यह सवाल किया गया कि भारत को पाकिस्तान को इस फ़ाइनल में हल्के में क्यों नहीं लेना चाहिए, तो उन्होंने दो-टूक कहा, ''क्योंकि यह फ़ाइनल है!''

मेमन ने बीबीसी से कहा, '''टीम इंडिया टी20 चैम्पियन है, इसलिए भारत पर ज़्यादा प्रेशर रहेगा, क्योंकि पेपर पर देखें तो भारतीय खिलाड़ी क्वालिटी में कहीं ज़्यादा बेहतर दिखते हैं. भारतीय टीम, पाकिस्तान पर भारी दिखती है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि टीम मैच जीत गई है. मैच खेला जाना अभी बाकी है. हम जानते हैं कि क्रिकेट में उलटफेर बहुत आम बात है, ख़ास तौर से टी20 क्रिकेट मैच में.''

उन्होंने कहा, ''प्लेयर टू प्लेयर की बात करें तो पेपर पर तो भारत काफ़ी आगे दिखता है, लेकिन मैच पेपर नहीं, बल्कि पिच पर जीते जाते हैं.''

यह बात छिपी नहीं कि क्रिकेट में फ़ाइनल अपने साथ अलग प्रेशर लेकर आता है और इस मैच में मामूली सी गलतियां भी नतीजे पर असर डाल सकती हैं.

वरिष्ठ खेल पत्रकार और लेखक नीरू भाटिया का कहना है कि भारतीय टीम को सतर्क रहना होगा और पाकिस्तान को दो बार हराने का यह मतलब नहीं है कि उसे हल्के में लिया जा सकता है.

नीरू ने कहा, ''फ़ाइनल हमेशा अलग होता है. टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान के बीच खेले गए दोनों मैच देखेंगे तो पहले की तुलना में दूसरे में पाकिस्तान बेहतर था. भारत नहीं, बल्कि दूसरी टीमों के ख़िलाफ़ भी उसकी परफ़ॉर्मेंस में कुछ सुधार आया है. इसलिए उसे हल्के में नहीं ले सकते. पाकिस्तान की बैटिंग-बॉलिंग बेहतर दिख रही है, लेकिन यह भी सच है कि भारत मज़बूत टीम के तौर पर फ़ाइनल में जाएगी.''

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मेमन का कहना है कि पाकिस्तान का कोई एक प्लयेर भी चल गया तो भारतीय टीम पर प्रेशर बन सकता है, क्योंकि फेवरेट टीम पर प्रेशर ज़्यादा रहता है.

पाकिस्तान हारा तो कोई ख़ास बात नहीं होगी, लेकिन जीत गया तो बहुत बड़ी जीत होगी.

दूसरी तरफ़ भारत अगर टाइटल नहीं जीता तो बड़ा झटका होगा, क्योंकि टीम की रेप्युटेशन और लाइनअप, दोनों के हिसाब से वह बेहतर टीम दिखती है.

टीम इंडिया को किस तरफ़ ध्यान देना होगा image SAJJAD HUSSAIN/AFP via Getty Images एशिया कप 2025 के सुपर फोर मैच में भारत के शुभमन गिल (बाएं) और अभिषेक शर्मा

इस टूर्नामेंट में भारत की बल्लेबाज़ी की बात करें तो ऊपर की तरफ़ अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने ज़्यादातर, ख़ास तौर से बड़े मैचों में अच्छी शुरुआत दिलवाई है और इसकी वजह से मिडल ऑर्डर पर ज़्यादा प्रेशर नहीं आया है. लेकिन टीम के दूसरे बल्लेबाज़ों को फ़ाइनल मैच में किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा.

वरिष्ठ खेल पत्रकार धर्मेंद्र पंत का कहना है कि शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा इतना अच्छा खेले हैं कि अब तक भारतीय टीम के मिडल ऑर्डर की परीक्षा ही नहीं हुई है और जब हुई तो विकेट गुच्छों में गिरे हैं.

पंत ने बीबीसी से कहा, ''टीम इंडिया ने ओमान के खिलाफ़ कई चेंज किए और उसे प्रैक्टिस मैच की तरह खेला. उससे कितना फ़ायदा हुआ, यह समय बताएगा. लेकिन एक बात है कि कप्तान सूर्यकुमार यादव को बड़ी ज़िम्मेदारी से खेलना होगा. उन्हें टिक कर बैटिंग करने की ज़रूरत है. सूर्यकुमार टिक गए तो पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत अच्छी स्थिति में होगा.''

नीरू भाटिया भी सूर्यकुमार से बतौर बल्लेबाज़ के रूप में उम्मीदें बांध रही हैं.

उन्होंने कहा, ''सूर्यकुमार खेल रहे हैं, लेकिन स्ट्रगल कर रहे हैं. उनका नंबर भी तय होना चाहिए. वह बार-बार अपने को ऊपर-नीचे नहीं कर सकते. ऐसा करने से मिडल ऑर्डर में दिक्कतें होंगी. वह टीम के प्रमुख बल्लेबाज़ हैं, लेकिन अब तक बल्ले से ख़ामोश रहे हैं. वह स्कोर नहीं कर रहे. उनकी कप्तानी अच्छी है, लेकिन फाइनल में उनके बैट से भी उम्मीदें होंगी.''

इसके अलावा बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी से ज़्यादा टेंशन भारतीय खेमे को कैचिंग दे रही है.

मेमन ने कहा, ''दोनों मैचों में भारतीय टीम ने कई कैच छोड़े हैं, ऐसा फ़ाइनल में नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसी ही ग़लतियां बड़े मैचों में खेल बिगाड़ देती हैं.''

नीरू भी इस बात से सहमत दिखीं.

उन्होंने कहा, ''भारतीय टीम के साथ कुछ दिक्कतें हैं, जिनमें सबसे पहले फ़ील्डिंग आती है. टीम ने बहुत सारी कैच छोड़ी हैं. कैच से मैच जीते जाते हैं, ख़ास तौर से बड़े मैच. पाकिस्तान हो या कोई और टीम, कैचिंग शार्प होनी चाहिए. जो अभी नहीं है.''

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पाकिस्तानी टीम फ़ाइनल में क्या उलटफेर कर सकती है? image FADEL SENNA/AFP via Getty Images फ़ाइनल मैच में पाकिस्तान के हारिस राऊफ़ अपनी बॉलिंग से मैच का रुख़ बदल सकते हैं.

कुछ जानकारों का कहना है कि पाकिस्तानी टीम का अनप्रिडेक्टेबल होना, उसे बहुत ख़तरनाक बनाता है.

पंत के मुताबिक पाकिस्तान अप्रत्याशित परिणाम देने के लिए जानी जाती है. कब उनका प्रदर्शन बहुत घटिया हो जाए और कब बहुत अच्छा हो जाए, पता नहीं चलता.

अपेक्षाओं का बोझ दोनों टीमों पर है, लेकिन भारत पर दबाव ज़्यादा है, इसलिए भारत को ओवर कॉन्फ़िडेंस से बचना होगा और पाकिस्तान को कम करके नहीं आंकना.

उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान के साथ ये बात है कि उनका रिकॉर्ड ख़राब रहा है और कहा जाता है कि वह भारत से तो हारते रहते हैं, ऐसे में पाकिस्तान पर दबाव नहीं होगा तो वह खुलकर खेल सकते हैं. ''

इसके अलावा पाकिस्तानी टीम की बॉलिंग किसी भी मैच का रुख़ बदल सकती है.

पंत ने कहा, ''रऊफ जैसी बॉलिंग कर रहे हैं, सतर्क रहना होगा. उनके अलावा शाहीन शाह अफ़रीदी ने लेंथ पकड़ ली है. पहले मैचों में अभिषेक शर्मा ने उन्हें लेंथ नहीं पकड़ने दी थी, उनकी शॉर्ट पिच गेंदों को ठीक से धुन दिया था. अगर फ़ाइनल में ऐसा हुआ तो बाकी गेंदबाज़ों पर भी असर होगा. हालांकि, पिछले दोनों मैचों में अफ़रीदी की बॉलिंग शार्प दिख रही है.''

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अयाज़ मेमन का कहना है कि भारतीय टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज़ अच्छा खेल रहे हैं, लेकिन अभिषेक शर्मा की विकेट सबसे क़ीमती होगी.

उन्होंने कहा, ''भारत के ओपनर्स चल रहे हैं, ख़ास कर शर्मा. फाइनल में सबसे क़ीमती विकेट उन्हीं की होगी. टीम इंडिया ने कई ऑप्शन ट्राई किए हैं, संजू सैमसन को भी ऊपर खिलाया गया है, सूर्य ने भी चेंज किया है, लेकिन फाइनल में बैटिंग ऑर्डर से छेड़छाड़ नहीं कर सकते. स्पिनर अच्छा कर रहे हैं, लेकिन हार्दिक पंड्या भी अंतर पैदा कर सकते हैं.''

पाकिस्तानी टीम की बल्लेबाज़ी का क्या? image SAJJAD HUSSAIN/AFP via Getty Images पाकिस्तान के साहिबजादा फ़रहान भारत के ख़िलाफ़ खेले गए सुपर फोर मैच में अर्धशतक (50 रन) लगाने के बाद जश्न मनाते हुए, उनके इस एक्शन पर भारत में काफ़ी विवाद भी हुआ था

साहिबज़ादा फ़रहान, ऐसे बल्लेबाज़ जो अपनी पारियों के साथ-साथ सेलिब्रेशन को लेकर भी विवादों में आए.

लेकिन इस सेलिब्रेशन के चक्कर में भारतीय टीम उनकी बैटिंग को नज़रअंदाज़ करने की भूल नहीं कर सकती. भारत-पाकिस्तान के दोनों मैचों में पूरे लाइनअप में वह सबसे अलग नज़र आए.

लीग दौर के मैच में उन्होंने टीम इंडिया के ख़िलाफ़ 44 गेंदों पर 40 रनों की और सुपर 4 में 45 बॉल पर 58 रनों की पारियां खेलीं.

पंत ने भी माना कि टीम इंडिया के लिए वो ख़तरनाक साबित हो सकते हैं.

उन्होंने कहा, ''टीम इंडिया को चाहिए कि वो साहिबज़ादा फ़रहान को टिकने ना दें. हाफ़ वॉली गेंदों को वो बढ़िया खेल रहे हैं, इसलिए शुरुआत में दबाव बनाना होगा. दूसरी तरफ़ जसप्रीत बुमराह कुछ रंग में आते दिख रहे हैं, लेकिन फ़रहान लंबे शॉट खेलकर उन पर प्रेशर बनाने की कोशिश करेंगे. फ़रहान जल्दी आउट हुए तो बाकी बल्लेबाज़ों पर असर होगा.''

पंत के मुताबिक़ फ़रहान के अलावा एक और बल्लेबाज़ जिससे टीम इंडिया को बचना होगा, वह हैं फ़ख़र ज़मान.

उन्होंने कहा, ''फ़ख़र ज़मान ख़तरनाक प्लेयर हैं और बड़े मैचों के खिलाड़ी माने जाते हैं, ऐसे में भारतीय टीम को उनका ख़ास ख़्याल रखना होगा.''

साथ ही भारतीय टीम को बॉलिंग के साथ-साथ बैटिंग में भी बढ़िया हाथ दिखा रहे शाहीन शाह अफ़रीदी पर भी काबू रखना होगा, क्योंकि उनके कैमियो कई टीमों पर भारी पड़ रहे हैं.

और बांग्लादेश मैच के बाद जब अफ़रीदी से भारत से फ़ाइनल के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा भी था, ''हम तैयार हैं!''

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