राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के सदस्यों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा। यह प्रदर्शन कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों, शिक्षकों के स्थानांतरण और अन्य मांगों को लेकर किया गया।
प्रदर्शन का कारणजिला अध्यक्ष चन्द्रभान चौधरी ने बताया कि राज्य कर्मचारियों की कई समस्याएँ लंबित हैं। इनमें प्रमुख हैं:
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कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों का समाधान नहीं होना।
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शिक्षकों के स्थानांतरण में देरी और पारदर्शिता की कमी।
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विभिन्न भत्तों और लाभों का भुगतान समय पर न होना।
चौधरी ने कहा, “कर्मचारियों की मांगें लंबे समय से लंबित हैं। हमने कई बार संबंधित विभागों से बात की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसी कारण हम मजबूर होकर यह प्रदर्शन कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापनप्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम लिखा गया ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने उपरोक्त समस्याओं के समाधान की तत्काल मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आगे बड़े आंदोलन और हड़ताल की तैयारी में हैं।
जिला प्रशासन ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को उच्च स्तर पर भेजा जाएगा और जल्द समाधान निकालने की कोशिश की जाएगी।
कर्मचारियों की प्रतिक्रियाप्रदर्शन में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि वेतन विसंगतियों और अन्य लाभों की समस्या केवल आर्थिक नहीं है, बल्कि इससे कर्मचारियों का मनोबल और कार्यक्षमता प्रभावित होती है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि सभी समस्याओं को शीघ्र हल किया जाए ताकि कार्य में बाधा न आए। आगामी संभावित कदम
संघ ने संकेत दिया है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे राज्यव्यापी प्रदर्शन, हड़ताल और कार्यालयीन कार्य बहिष्कार जैसी कठोर कार्रवाई करने को तैयार हैं। इससे सरकारी कार्य और सेवाओं पर भी असर पड़ने की संभावना जताई गई है।
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