जिले में अवैध बारूदी टोटों (बमों) के धमाके थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले छह दिनों में यह तीसरी बड़ी घटना है जिसने पूरे क्षेत्र में चिंता और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। सोमवार शाम को लोहारिया थाना क्षेत्र के लसाड़ा गांव में माही नदी किनारे मछली पकड़ने गए एक युवक के हाथ में बारूदी टोटा फट गया। धमाका इतना तेज था कि युवक का हाथ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मछली पकड़ने के दौरान हुआ हादसापुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय युवक अपने साथियों के साथ माही नदी के किनारे मछली पकड़ने गया था। इसी दौरान उसे नदी किनारे एक संदिग्ध बारूदी टोटा (स्थानीय भाषा में देसी बम) पड़ा मिला। युवक ने अनजाने में उसे हाथ में उठा लिया और तभी उसमें जोरदार धमाका हो गया।
धमाके से युवक के हाथ की उंगलियां उड़ गईं और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटें आईं। साथी युवक उसे तुरंत लोहारिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद बांसवाड़ा जिला अस्पताल रेफर किया गया।
घटना की सूचना पर लोहारिया थाना पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इलाके को घेर लिया और आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नदी किनारे अवैध रूप से मछली पकड़ने वाले कुछ लोग बारूदी टोटों का उपयोग करते हैं ताकि धमाके से मछलियां सतह पर आ जाएं। हालांकि यह तरीका न केवल अवैध है बल्कि अत्यंत खतरनाक भी है।
यह हादसा पिछले छह दिनों में तीसरी बड़ी विस्फोटक दुर्घटना है। इससे पहले कुशलगढ़ और सजनपुरा क्षेत्र में भी बारूदी टोटों के धमाके में दो लोग घायल हुए थे। लगातार हो रही इन घटनाओं से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की ढिलाई के कारण यह खतरनाक प्रवृत्ति गांवों में फैलती जा रही है।
लोहारिया थाना अधिकारी ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस ने घायल युवक के बयान दर्ज किए हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बारूदी टोटे कहां से आ रहे हैं। साथ ही, उन लोगों की भी तलाश की जा रही है जो इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसे विस्फोटक पदार्थों का निर्माण, भंडारण या उपयोग करने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लगातार हो रही धमाकों की घटनाओं से लसाड़ा और आसपास के गांवों में दहशत फैल गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बारूदी टोटे अक्सर मछली मारने वालों द्वारा खुलेआम इस्तेमाल किए जा रहे हैं और प्रशासन इस पर आंख मूंदे बैठा है।
लोगों ने जिला प्रशासन से नदी किनारे नियमित गश्त और सख्त निगरानी की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
डॉक्टरों के अनुसार घायल युवक का दाहिना हाथ बुरी तरह झुलस गया है और उसकी उंगलियां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। फिलहाल उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है और उसे आगे के उपचार के लिए उदयपुर रेफर करने पर विचार किया जा रहा है।
प्रशासन ने की अपीलप्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु को हाथ न लगाएं और तुरंत पुलिस को सूचना दें। साथ ही, अवैध तरीके से मछली पकड़ने की गतिविधियों से दूर रहें, क्योंकि यह कानूनी अपराध और जानलेवा खतरा दोनों है।
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