भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मंगलवार से जिले में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान प्रारंभ हो गया है।
इस अभियान के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें एन्युमरेशन फॉर्म (EF) वितरित कर रहे हैं।
इस पहल का उद्देश्य आगामी निर्वाचन से पूर्व मतदाता सूचियों को सटीक, अद्यतन और पारदर्शी बनाना है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर ने मंगलवार सुबह पुनरीक्षण अभियान की औपचारिक शुरुआत की।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप इस बार का अभियान पूरी तरह डिजिटल और पारिवारिक लिंकिंग प्रणाली पर आधारित होगा।
मतदाता सूची के सुधार में परिवार के सभी सदस्यों के नाम, आयु, पता और पहचान की जानकारी को एक ही यूनिट के तहत जोड़ा जाएगा, ताकि किसी भी तरह की दोहराव या त्रुटि की संभावना न रहे।
जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ को तैनात किया गया है।
वे घर-घर जाकर नागरिकों को नाम जुड़वाने, संशोधन या विलोपन से संबंधित फॉर्म भरने में सहायता कर रहे हैं।
जिन नागरिकों ने अभी तक मतदाता पहचान पत्र नहीं बनवाया है, उनके लिए यह अभियान एक महत्वपूर्ण अवसर है।
बीएलओ घरों से डेटा एकत्र करने के साथ-साथ मतदाताओं की आधार लिंकिंग, फोटो अपडेट और पते के सत्यापन का काम भी कर रहे हैं।
कलेक्टर ने बताया कि अभियान के तहत प्राप्त सभी सुधारों और नए पंजीकरणों का संकलन कर 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का प्रारूप (ड्राफ्ट) प्रकाशित किया जाएगा।
इसके बाद मतदाताओं को ड्राफ्ट सूची में अपनी प्रविष्टियों की जांच करने का अवसर मिलेगा।
निर्धारित समयावधि में आपत्ति या सुझाव दर्ज करवाने के बाद अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी।
निर्वाचन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में शिक्षा, पंचायत, नगर निगम और राजस्व विभाग के कार्मिकों को भी सहयोग के लिए लगाया गया है।
साथ ही, कॉलेजों और सामाजिक संगठनों को युवाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है।
उद्देश्य यह है कि जिले का कोई भी पात्र नागरिक मतदान अधिकार से वंचित न रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने आमजन से अपील की कि वे बीएलओ को सहयोग करें और अपने परिवार के सभी योग्य सदस्यों का नाम मतदाता सूची में अवश्य दर्ज करवाएं।
मतदाता जागरूकता अभियान भी शुरू“18 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले सभी नागरिक लोकतंत्र के प्रहरी हैं।
मतदाता सूची में नाम जुड़वाना न केवल अधिकार है, बल्कि जिम्मेदारी भी।” — (जिला निर्वाचन अधिकारी)
इसके साथ ही, जिले में SVEEP कार्यक्रम (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) के तहत जागरूकता रैलियां और पोस्टर अभियान भी शुरू किए गए हैं।
विद्यालयों, कॉलेजों और पंचायत स्तर पर “मेरा वोट, मेरा अधिकार” थीम पर विशेष गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
You may also like

बिहार: दरभंगा के बाल सुधार गृह में गार्ड पर हमला करके फरार हुए 12 बाल कैदी, पांच पकड़े गए

पलामू टाइगर रिजर्व में जंगली हाथी की मौत

घोला में रातों-रात तोड़ा गया माकपा कार्यालय, इलाके में हड़कंप

स्कूल बंक मारकर पिकनिक मनाने पहुंचीं दो लड़कियां, भदभदा फॉल्स में डूबीं, मौत के बाद भागी सहेलियां

'कांग्रेस ने हरियाणा मतदाता सूची पर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की', राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' पर चुनाव आयोग के सूत्रों का जवाब




