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राजस्थान में IT विभाग की बड़ी छापेमारी, कोटा की नामी मित्तल पिगमेंट कंपनी पर करोड़ों की कर चोरी का शक

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कोचिंग नगरी कोटा के औद्योगिक क्षेत्र में पिछले चार दिनों से मित्तल पिगमेंट प्राइवेट लिमिटेड की दो फैक्ट्रियों और एक आवास पर आयकर विभाग की छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है। कुछ टीमें दस्तावेजों और आंकड़ों के साथ कोटा से रवाना हो चुकी हैं, वहीं आयकर विभाग के अधिकारी और निरीक्षक अभी भी दस्तावेजों और आंकड़ों की जांच कर रहे हैं और मुख्य परिसर में पूछताछ कर रहे हैं। आयकर विभाग पिछले चार दिनों से कोटा के इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र के रोड नंबर 5 और 6 पर स्थित मित्तल पिगमेंट प्राइवेट लिमिटेड की दो फैक्ट्रियों पर बड़ी छापेमारी कर रहा है। आज छापेमारी का चौथा दिन है। इस छापेमारी से पूरे औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

कुल दस ठिकानों पर कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग की विभिन्न टीमों ने न केवल कोटा, बल्कि दिल्ली, कठुआ (जम्मू और कश्मीर) और नागपुर (महाराष्ट्र) में भी एक साथ छापेमारी की। कुल दस ठिकानों पर छापेमारी की गई है। कुछ टीमें अपना काम पूरा करके लौट गई हैं। दिल्ली में कार्रवाई करने पहुंची टीम भी दस्तावेज लेकर रवाना हो गई है। राजस्थान आयकर जांच शाखा के साथ दिल्ली और हरियाणा की टीमें भी इस कार्रवाई में शामिल हैं।

कर चोरी के बड़े खुलासे हो सकते हैं
कोटा स्थित तीन कारखानों में जाँच के दौरान, आयकर अधिकारियों ने कंपनी से जुड़े कई महत्वपूर्ण अभिलेखों की जाँच की। टीमें कारखाना मालिक रमेश चंद्र अग्रवाल, उनके दामाद अंकित अग्रवाल और रिश्तेदारों के घरों पर भी गईं। लेखा और मानव संसाधन विभाग के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। जाँच के दौरान, टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और डिजिटल डेटा मिले हैं। माना जा रहा है कि इनसे बड़ी कर चोरी का खुलासा हो सकता है। कंपनी का संचालन देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ है और प्रतिदिन करोड़ों का माल सप्लाई किया जाता है।

जस्ता और लेड बैटरी प्लेट्स का निर्माण
मित्तल पिगमेंट कंपनी जस्ता व्यापार और खनन क्षेत्र से जुड़ी है। यहाँ जस्ता और लेड बैटरी प्लेट्स का निर्माण होता है। कारखाने में लगभग 250 से 300 कर्मचारी दिन-रात काम करते हैं, जिनमें से लगभग 50 स्थायी कर्मचारी हैं। आयकर विभाग की इस कार्रवाई से स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि करोड़ों रुपये की कर चोरी का खुलासा हो सकता है। फिलहाल, आयकर अधिकारी कंपनी के वित्तीय लेनदेन, खातों, लैपटॉप और कंप्यूटर सिस्टम की गहन जांच कर रहे हैं।

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