
जयपुर। लाल कोठी थाना पुलिस ने जेल से बंदियों को फरार कराने में मदद व रुपये ट्रांसफर कराने वाले दो आरोपिताें को गिरफ्तार किया हैं। जिसमें एक बंदी भंवरलाल की प्रेमिका पूनम देवी शामिल है। पुलिस जांच में सामने आया कि भंवरलाल की प्रेमिका पूनम देवी ने ही आरोपित धमेन्द्र को पैसे दिए थे। जहां आरोपित धमेन्द्र भारद्वाज ने ही पूर्व में गिरफ्तार आरोपित आलिम के खाते में पैसे ट्रांसफर किए थे। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ जा रही है। अब तक पुलिस ने इस मामले में बीस आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व तेजस्वनी गौतम ने बताया कि जयपुर जेल में बंद चार बंदियों को एसएमएस अस्पताल जयपुर में फरारी में मदद और रुपये ट्रांसफर कराने वाली पूनम देवी निवासी निवासी उत्तर प्रदेश हाल झोटवाड़ा को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित महिला पूनम देवी बंदी भंवरलाल की प्रेमिका है और वहीं रुपये ट्रांसफर करने वाले अन्य धर्मेन्द्र भारद्वाज निवासी झोटवाड़ा जयपुर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित बंदी भंवरलाल और पूनम देवी के कहने पर ही आरोपित धर्मेन्द्र भारद्वाज ने पूर्व में गिरफ्तार आरोपित आलिम के खाते में पैसे ट्रांसफर किए थे।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व ने बताया कि 24 मई को मुखबिर से सूचना मिली की केन्द्रीय कारागार से जो बदमाश उपचार के लिए एसएमएस अस्पताल जयपुर में आ रहे है उनके फरार होने की योजना है। जिस पर सीआई एसएमएस अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे। जहां जेल से उपचार के लिए आये रोगियों के बारे में जांच की गई तो पता चला कि पांच रोगी एसएमएस में उपचार के लिए आए थे। लेकिन वहीं गायब हैं मिल नहीं रहे। जानकारी जुटाई गई तो रोगियों के नाम सामने आये जिस में रफीक उर्फ बकरी निवासी न्यु संजय नगर कच्ची बस्ती थाना भट्टा बस्ती जयपुर, भंवर लाल निवासी जोबनेर जिला जयपुर, अंकित बंसल निवासी सीटी सोनी पंथ जिला हरियाणा और करण गुप्ता निवासी महेश नगर है। साथ की जानकारी मिली की जयपुर पुलिस गार्ड जो रोगियों को जेल से लेकर आई वह भी गायब हो गई हैं। जिस पर टीम एक्टिव की गई तो पता चला कि रफीक उर्फ बकरी और भंवरलाल जालूपुरा में एक होटल में गार्ड के साथ मिले और अंकित बंसल व करण गुप्ता एयरपोर्ट थाना इलाके में एक होटल से मिले। जिस के बाद लालकोठी थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई। जिस पर जांच अधिकारी ने तेरह लोगों को गिरफ्तार किया। जिस में चार कैदी,पांच पुलिसकर्मी,चार प्राइवेट महिला और पुरुष शामिल थे।